ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को भारतीय नौसेना ने गुरुवार (9 मार्च) को आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उन्हें साथ ही आईएनएस विक्रांत के कॉकपिट में बैठे।
नीलम पाठक
मुंबई। ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथोनी अल्बानीज इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। वे बुधवार को ऑस्ट्रेलिया से अहमदाबाद पहुंचे। यहां गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया था। वहीं, गुरुवार को मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर भी सवार हुए। इस दौरान उन्हें भारतीय नौसेना द्वारा अल्बनीस को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इतना ही नहीं यहां वो लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के कॉकपिट में भी बैठे। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बानीज आईएनएस विक्रांत पर जाने वाले पहले विदेशी पीएम हैं।
ऑस्ट्रेलिया के लिए भारत शीर्ष स्तरीय सुरक्षा भागीदार
वहीं, INS विक्रांत का दौरा करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं PM मोदी के निमंत्रण पर नवनियुक्त, भारतीय डिजाइन और भारत में निर्मित INS विक्रांत पर आज यहां आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेरी यात्रा भारत-प्रशांत और उससे आगे ऑस्ट्रेलिया के दृष्टिकोण के केंद्र में भारत को रखने की मेरी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने कहा कि हम दोनों अपने व्यापार और आर्थिक भलाई के लिए इंडो-पैसिफिक में समुद्री लेन तक मुक्त और खुली पहुंच पर निर्भर हैं। हम नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने और इंडो-पैसिफिक को खुला, समावेशी और समृद्ध सुनिश्चित करने के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता साझा करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया के लिए, भारत एक शीर्ष स्तरीय सुरक्षा भागीदार है। हिंद महासागर दोनों देशों की सुरक्षा और समृद्धि का केंद्र है। हमारे दोनों देशों के इतिहास में कभी भी ऐसा कोई बिंदु नहीं आया जहां हमारे पास इतना मजबूत सामरिक संरेखण रहा हो।
पीएम मोदी को लेकर दिया ये बयान
उन्होंने कहा कि भारत की नौसेना के प्रतिभाशाली और उच्च पेशेवर पुरुषों और महिलाओं के साथ बैठक की मुझे बहुत खुशी है। यह रक्षा संबंधों को नए स्तरों तक ले जाता है। यह उन लोगों का संकल्प और दूरदर्शिता है जो रिश्ते को लेकर न केवल यह देखते हैं कि यह क्या है, बल्कि यह क्या हो सकता है। ऐसे ही एक व्यक्ति मेरे मित्र, प्रधान मंत्री मोदी हैं। उन्होंने आगे बोलते हुए पीएम मोदी को रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए समर्पण देने के लिए धन्यवाद दिया।
‘व्यायाम मालाबार’ की मेजबानी करेगा ऑस्ट्रेलिया
इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया पहली बार ‘व्यायाम मालाबार’ की मेजबानी करेगा। साथ ही भारत अगस्त में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के ‘तालीस्मान सब्रे’ अभ्यास में भी भाग लेगा। ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा कि अगस्त में ऑस्ट्रेलिया में भारत की नौसेना का स्वागत करना मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात होगी।
‘ईसीटीए में व्यापार व निवेश को नए स्तर पर ले जाने की क्षमता’
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि भारत के साथ हुआ आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ईसीटीए) दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश को नए स्तर पर ले जाने की क्षमता रखता है। यह एक परिवर्तनकारी समझौता है। भारत के चार दिन के दौरे पर आए अल्बनीज ने मुंबई में भारत-ऑस्ट्रेलिया सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए यह बृहस्पतिवार को यह बात कही। उन्होंने इस कार्यक्रम में शामिल होने आए ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों और भारतीय कारोबारी घरानों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत आए ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों का प्रतिनिधिमंडल निवेश के प्रति गंभीर और उच्च स्तरीय श्रेणी का है।
इससे पहले, गुरुवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का अंतिम मुकाबले को देखने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्टेडियम पहुंचे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज ने पहले दिन का खेल स्टेडियम से देखा। मैच से पहले दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने अपने-अपने देश की क्रिकेट टीम के कप्तान को सम्मानित किया और उन्हें खास टेस्ट मैच की खास टोपी भी दी। इस दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए स्टेडियम परिसर में विशाल होर्डिंग्स लगाए गए। होर्डिंग्स पर पंचलाइन “75 इयर्स ऑफ फ्रेंडशिप थ्रू क्रिकेट” है।
वहीं, बुधवार शाम में अहमदाबाद पहुंचने के बाद अल्बानीज ने साबरमती आश्रम का भी दौरा किया। इसके बाद राजभवन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने होली भी खेली। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सरकार और भारत सरकार मिलकर ऑस्ट्रेलिया-इंडिया एजुकेशन क्वालिफिकेशन रिकोग्निशन मैकेनिज्म पर काम कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी गुजरात के गांधीनगर में बन रही गिफ्ट सिटी में अपना एक शाखा कैंपस भी खोलने जा रही है। बता दें कि चीन की बढ़ती चुनौती के चलते भारत और ऑस्ट्रेलिया में नजदीकियां बढ़ी हैं।