उड़ान एक आशा फ़ाउंडेशन ने सोशल मीडिया के जीवन में पड़ रहे प्रभाव को बताया
दिव्या पाण्डेय
कानपुर नगर। उड़ान एक आशा फ़ाउंडेशन द्वारा आज दिनांक 22nd जुलाई को कानपुर विद्या मंदिर स्वरूप नगर कानपुर में उड़ान एक आशा फ़ाउंडेशन की तरफ़ साइबर क्राइम और हमारी आज की जीवन शैली …फेस बुक रील बस इस तक सीमित होती जा रही इस एक नाटक की प्रस्तुत की। सोशल मीडिया पर आजकल बच्चों की मौजूदगी और इंवॉल्वमेंट काफी बढ़ गई है। इसका बच्चों पर सोशल मीडिया पड़ता है। सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का एक एक्टिव हिस्सा बन गया है जिसे अब चाहते हुए भी हम इग्नोर नहीं कर सकते हैं। बच्चों को आपको यह पता होना चाहिए कि उनके विकास पर सोशल मीडिया का क्या असर पड़ता है।
सोशल मीडिया इतना बड़ा है कि बच्चा कहां, कब और कैसे क्या जानकारी ले, आप उसे कंट्रोल ही नहीं कर सकते हैं। ऐसी स्थितियां बच्चों को अश्लील, हानिकारक या ग्राफिक वेबसाइटों तक पहुंचा सकती हैं, जो उनकी सोचने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं। इन सब को बच्चों को समझाने के लिए संस्था के सदस्यों द्वारा एक नाटक का मंचन किया गया।
कोपल पल्लवी कंचन रूबी सीमा शालिनी सुषमा नीलू ने अभिनय कर बच्ची को जानकारी दी।
संगीता सेंगर ने साइबर क्राइम क्या है इस विषय पर विस्तृत जानकार दी। इस अवसर पर गार्गी, अंशुल, विजेता, आरती, डिंपल, कंचन आदि लोग उपस्थित रहे।