शिवपाल के निजी सचिव को थाने में बैठाया, अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद निजी सचिव को छोड़ा
लखनऊ पुलिस ने गुरुवार रात सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव के पीएस को अवैध हथियार रखने के आरोप में पकड़ लिया और पूछताछ के लिए गौतमपल्ली थाने ले गई। सूचना मिलते ही शिवपाल यादव समर्थकों के साथ थाने पहुंचे और धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। मामला बढ़ता देख अधिकारियों के दखल के बाद निजी सचिव को छोड़ दिया गया।
अनुराधा सिंह
लखनऊ । राजधानी लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में गुरुवार देर रात उस समय माहौल गरमा गया जब समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव अपने समर्थकों तक पहुंचे। शिवपाल यादव ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके निजी सचिव की कार रोक कर उसमें पिस्टल रख दी गई और हिरासत में ले लिया गया। शिवपाल यादव ने कहा कि पुलिस ऐसे ही आम लोगों को झूठे केस में फंसा रही है।
इसके बाद पुलिस अंकुश को गौतमपल्ली को थाने ले आई और गाड़ी को भी बंद कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही शिवपाल यादव अपने समर्थकों के साथ गौतमपल्ली थाने पहुंचे और धरने पर बैठ गए। सपा समर्थकों ने सड़क पर जमकर नारेबाजी की।
पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद निजी सचिव और गाड़ी को छोड़ दिया गया शिवपाल यादव के साथ निजी सचिव के थाने से बाहर आने के बाद सपा समर्थक आक्रोशित होकर सड़क पर आ गए, उन्होंने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी करते हुए सपा कार्यालय के सामने पहुंचे।
शिवपाल यादव ने कहा की यह पूरे प्रदेश में हो रहा है और बेकसूर को जेल भेजा जा रहा है। उधर मामले में DCP सेंट्रल अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान अंकुश को संदिग्धता के आधार पर रोका गया था। अंकुश शर्मा को जांच के लिए थाने लाया गया था। जांच के बाद अंकुश शर्मा को थाने से रवाना किया गया। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर निष्पक्षता के साथ कार्रवाई की जाएगी।