STORY / ARTICLE
भाई हमारी शान है , भाई हमारे मान ,भाई से बढ़ता सदा बहनों का अभिमान …….
दोहा :
भाई हमारी शान है , भाई हमारे मान ,
भाई से बढ़ता सदा बहनों का अभिमान।
दोहा :
रक्षाबंधन आ गया, पावन पर्व महान ,
भाई आज़ विशेष है ,वैसे सदा समान ।
मुक्तक :
दुआएं, प्यार ,बचपन की शरारत , राखी लाई है ,
सुशोभित है जहां राखी , वो भाई की कलाई है ,
नहीं धागा ये रेशम का तुम्हारे हाथ में बांधा ,
दुआ की एक गठरी है ,जो धागे में समाई है ।
~ आयुषी गुप्ता
गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश