शिक्षक दिवस पर UP में 200 में शिक्षकों को टैबलेट, 94 को राज्य अध्यापक पुरस्कार का सम्मान
सीएम ने कहा कि दो साल पहले मैंने शिक्षक सम्मान समारोह स्थगित कर दिया था क्योंकि जब सूची सामने आई तो उसमें ऐसे शिक्षकों के नाम थे जो दिन भर भ्रमण करते दिखते थे। वह कभी पढ़ाते नहीं थे। नींव को खोखला करने का काम कर रहे थे।
सौरभ शुक्ला
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस के मौके पर 200 शिक्षकों को टैबलेट देने के साथ ही 94 शिक्षकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार से भी सम्मानित किया। इस अवसर पर CM योगी ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। उनकी भूमिका काफी उल्लेखनीय है. यही वजह है कि समाज में शिक्षकों को विशिष्ट स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का एक पक्ष हर क्षेत्र में वर्तमान पीढ़ी के निर्माण और विद्यार्थियों के मार्ग दर्शन कर राष्ट्र निर्माता बनाने का है तो दूसरा पक्ष भी है। ट्रेड यूनियन की तरह जो शिक्षक, शिक्षण कार्य से विरत होकर अधिकारियों के ही चक्कर काटते रहते हैं। उससे भावी पीढ़ी का भविष्य बर्बाद होता है। ट्रेड यूनियन की पद्धति ने काफी नुकसान किया है।
उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षकों को समाज भी संदेह की निगाह से देखता है। उनका तिरस्कार करता है। हमें इन दोनों पक्षों को ध्यान में रखकर काम करना होगा. आज उन शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है, जिन्होंने पठन पाठन के क्षेत्र में कुछ नया किया है। उन्हें सम्मान करके मुझे भी खुशी मिल रही है। सीएम ने कहा कि शिक्षकों के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी राष्ट्र निर्माण की है। आप भी समय के अनुरूप खुद को तैयार करें। यह दौर तकनीकी का है।
अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा दीपक कुमार की ओर से सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए जा चुके हैं। ऐसे स्कूल जहां पर स्मार्ट क्लास, प्रत्येक बीआरसी पर आइसीटी लैब और परिषदीय स्कूलों के जिन शिक्षकों को टैबलेट बांटे जाने हैं उसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इन परियोजनाओं से स्कूलों के लागू होते ही रजिस्टर डिजिटल हो जाएंगे। यानी टैबलेट मिलने के बाद उपस्थिति, मिड डे मील व सहित अन्य जानकारी शिक्षक ऑनलाइन मुहैया कराएंगे।