ऑटो ड्राइवर ने बताया कि वह घबराई हुई थी, बोला- मैंने दी थी शरीर ढकने के लिए शर्ट
रेप मामले में ऑटो ड्राइवर ने आपबीती सुनाई है। उसका कहना है कि उसने लड़की की मदद की थी और उसे एक जगह से दूसरी जगह छोड़ा था।
गौरव चौहान
उज्जैन। उज्जैन में एक 12 साल की लड़की के साथ रेप के मामले में संदिग्ध ऑटो ड्राइवर ने आपबीती सुनाई है। पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले उसे हिरासत में लिया था। सीसीटीवी कैमरा में नाबालिग राकेश के ही ऑटो में बैठती नजर आ रही थी। अब इस मामले में संदिग्ध ड्राइवर ने आपबीती बताते हुए कहा कि उसने लड़की की मदद की थी और उसे एक जगह से दूसरी जगह छोड़ा था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ड्राइवर ने कहा कि उसे पीड़िता हाटकेश्वर और जीवनखेड़ी गांव के पास सड़क के किनारे पैदल चलती दिखाई दी थी। उसने बताया कि बच्ची की कपड़े फंटे हुए थे और वह बेइंतेहां रो रही थी. मैंने उसे ऑटो में बैठाया और आगे छोड़ दिया। उसके कपड़े फट गए थे, इसी वजह से मैंने इसे अपनी खाकी शर्ट भी दे दी। मैंने सोचा कि नाबालिग लड़की आसपास की होगी और चली जाएगी।
ऑटो ड्राइवर ने बताया कि वह घबराई हुई थी, और इशारे से बता रही थी कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। अब मुझे पछतावा हो रहा है कि मैंने इस बात की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी. राकेश अपनी बुआ के साथ मालवीय नगर में रहते हैं। उनके एक बेटी है, जो नाना-नानी के साथ रहती है, क्योंकि कुछ सालों पहले उनकी पत्नी की मौत हो गई थी।
क्या है पूरा मामला?
25 सितंबर को उज्जैन की गली में एक लड़की का अर्धनग्न घूमते हुए सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जो खून में लथपथ थी। इस नाबालिग बच्ची के साथ रेप हुआ था, जिसकी एक पुजारी ने मदद की और पुलिस को इस बात की जानकारी दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लड़की को अस्पताल पहुंचाया और मामले की तफतीश में जुट गई। इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक राकेश था।