प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए करवाचौथ व्रत करना सुरक्षित है या नहीं? जानें डॉक्टर से
करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं। डॉक्टर से जानें प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए करवाचौथ व्रत करना सुरक्षित है या नहीं?
करवा चौथ का त्योहार 1 नवंबर को मनाया जाएगा, इस खास दिन पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए दिनभर निर्जला व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत मुश्किल होता है, जिसमें उपवास के दौरान पानी भी नहीं पिया जाता। प्रेग्नेंसी के दौरान भी कई महिलाएं निर्जला करवा चौथ का व्रत करती हैं, जिसका असर उनके पेट में पल रहे बच्चे पर भी पड़ सकता है। इस लेख में हम क्लाउड 9 हॉस्पिटल नोएडा की फर्टिलिटी डिपार्टमेंट की एसोसिएट डायरेक्टर, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राखी से जानेंगे कि प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए करवाचौथ व्रत करना सुरक्षित है या नहीं?
डॉक्टर राखी ने बताया कि गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी) के दौरान उपवास रखने की सलाह नहीं दी जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आप उपवास (fasting during pregnancy) नहीं रखती हैं तो इससे आप और आपके पेट में पल रहा शिशु स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे। प्रेग्नेंसी के दौरान उन महिलाओं को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए जो प्रेग्नेंसी कॉम्प्लिकेशन जैसे- Gestational diabetes से जूझ रही हैं, क्योंकि करवा चौथ का व्रत रखने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बिगड़ सकता है और ऐसा होने पर आपको और आपके पेट में पल रहे बच्चे को समस्या हो सकती है।
लेकिन अगर आप धार्मिक कारणों से करवा चौथ का व्रत रखना चाहती हैं तो इस दौरान आपको अपने बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा।
डॉक्टर राखी का कहना है कि वह प्रेग्नेंसी के साथ करवा चौथ व्रत रखने की सलाह नहीं देती हैं लेकिन फिर भी अगर आपको धार्मिक कारणों से व्रत रखना पड़ता है तो इसके लिए आप इन टिप्स को फॉलो जरूर करें और अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
करवा चौथ उपवास के दौरान आप पूरे दिन आराम करें क्योंकि आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण एनर्जी कम होगी।
यदि आप गर्भावस्था के आखिरी तीन महीनों के दौरान उपवास कर रही हैं तो ज्यादा सावधान रहें क्योंकि यह वह समय है जब आपको आमतौर पर 200 अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है।
करवा चौथ में सरगी के समय महिलाएं तलाभुना खाने के बजाए फल के साथ ओट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें।
करवा चौथ व्रत में शरीर में पोषक तत्वों और पानी की कमी से डिहाइड्रेशन के कारण (dehydration symptoms) आपकी पेशाब का रंग डार्क हो सकता है, इसके साथ ही चक्कर आना या कमजोरी और सिरदर्द जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
उपवास के साथ भी आप फोलिक एसिड और विटामिन D की डॉक्टर के परामर्श पर मिली खुराक जरूर लें।
प्रग्नेंसी के दौरान आप अपने डॉक्टर के द्वारा लिखी गई दवाइयों का सेवन करना न भूलें।
करवा चौथ के उपवास के साथ अगर आपको किसी भी तरह की समस्या होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।