सतसंगहि से ही प्रभु प्राप्त संभव है : अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास पं० शिवा कान्त जी महाराज
दिव्या पाण्डेय
कानपुर नगर। बिठूर क्षेत्र के श्री हनुमत बालाजी धाम मंदिर में चल रहीं साप्ताहिक श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा में अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास पं० शिवा कान्त महाराज ने बताया कि अगर तराजू के एक पलड़े पर संसार के सभी सुखों को रखा जाए और दूसरे पलड़े पर सत्संग की महिमा को रखा जाए तो तौल में सत्संगति का पलड़ा ही भारी रहेगा। कथा व्यास ने कथा में उपस्थित श्रोता समाज को समझाया कि कुछ स्वार्थ बस लोगों ने समय-समय पर सनातन के प्रति षड्यंत्र किया करते हैं और अपने अलग-अलग मजहब बना रहे हैं। एक दिन वह भी सम्पूर्ण सनातन मय होंगे सनातन ही सदैव रहने वाला धर्म है।
सनातन धर्म की ऐसी विशेषता है कि लोगों को अपनी संस्कृति के बदौलत अपनी ओर चाहे जिस धर्म के लोग हो सनातन धर्म की ओर आकर्षित होकर सनातन धारण ही कर लेते है कथा व्यास ने कथा के तीसरे दिन भोले बाबा की विशेषताएं बताई एवम् सती चरित की कथा सुनाई कथा में भक्तगण झूमते दिखाई दिए।
कथा में यजमान ब्रज भूषण शुक्ला, सरला शुक्ला , जाजमऊ सिद्ध नाथ मन्दिर के सेवक हर्षित मिश्रा, धर्मेन्द्र पाल पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा कानपुर ग्रामीण, हिमांशू छोटू पाल , सपा नेता हरिओम पाण्डेय, आयुष पाण्डेय, आचार्य शिवम् मिश्र, आचार्य आशुतोष गौड़, आचार्य सुनील, आदि ने पूजन विधि विधान से करवाया कथा में मुस्लिम परिवार से भी भक्तगण पहुचेे। कथा में मुद्दासिर खान, रहमान खान, कथा की पूरी जानकारी पं० उत्तम शुक्ला ने दी।