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वार्षिकोत्सव अभिव्यञ्जना का रंगारंग आगाज

नेहा वर्मा

कानपुर नगर। श्री सनातन धर्म सरस्वती बालिका विद्यालय, कौशलपुरी, कानपुर द्वारा आयोजित वार्षिकोत्सव ” अभिव्यञ्जना” का आयोजन विद्यालय प्रांगण में स्थित “श्री अमरनाथ सर्राफ ऑडीटोरियम में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय की समस्त शिक्षक, शिक्षिकाओं, छात्राओं, कार्यालय स्टाफ ने भाग लिया। कार्यक्रम की पृष्ठभूमि (थीम) देश की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित एवं अग्रिम पीढ़ी को हस्तान्तरित करने की थी। कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि श्रीमती नीतू सिंह प्रबन्धक श्री दीनदयाल उपाध्याय सनातन – धर्म विद्यालय श्री संतोष अग्रवाल (एडवोकेट) विशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्या श्रीमती पूजा मिश्रा – एवं प्रबन्धतंत्र के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्जवलन से किया गया। सरस्वती वन्दना के साथ कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया। श्री राम के जीवन चरित्र को मनमोहक नृत्य नाटिका के माध्यम से दर्शाया गया। संस्कृत के महाकवि कालीदास राजकुमारी विद्ययोत्मा के शास्त्रार्थ के माध्यम से जीवन में निरन्तर ज्ञानार्जन करने के लिए प्रेरित किया गया ।

महाकवि कालीदास द्वारा कृता कुमार सम्भव में वर्णित सत्य स्वरूप आदि देव और शक्ति स्वरूपा पार्वती के विवाह प्रसंग को सभी के समक्ष नृत्य नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। श्री कृष्ण की लीलाओं को भाव-विभोर करने वाले नृत्य के द्वारा प्रस्तुत किया गया। श्री कृष्ण द्वारा शिशुपाल के सौ अपराधों को क्षमा करने के पश्चात् अन्त में सुदर्शन चक्र से उसके वध का प्रस्तुतीकरण किया गया जिसके माध्यम से जीवन के नैतिक मूल्यों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया गया। सभी कार्यक्रमों ने दर्शको का मन मोह लिया और तालियों की गड़गड़ाहट से संपूर्ण सभागार नर गया।

इण्टरमीडियट एवं हाईस्कूल में 90 प्रतिशत एवं उससे अधिक अंक अर्जित करने वाली छात्राओं को चैक एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर प्रोत्साहित किया गया। इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में भी उच्च प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथियों ने अपने आर्शीवचनों से सभी छात्राओं को प्रोत्साहित कर उनका मार्गदर्शन किया। विद्यालय प्रांगण में विद्यालय के चारों सदनों के बीच “रंगोली” प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें चारों सदनों द्वारा निम्न विषयों पर सुन्दर मनमोहक रंगोली बनाई गयी।

स्नेहा सदन –

वासुदेव श्री कृष्ण एवं सुदर्शन चक्र को पेंट से रंगोली बनाई। वही श्रेष्ठा सदन,राम जन्म भूमि, को रंगोली पाउडर द्वारा से बनाया गया।शिव शक्ति को फूलों के द्वाराऔर महाकवि कालीदास को चावल द्वारा रंगोली बनाई गई। उक्त कार्यक्रमों में विद्यालय के प्रबन्धतंत्र प्रधानाचार्या, शिक्षक, शिक्षिकाओं, कार्यालय स्टाफ एवं चतुर्थश्रेणी सदस्यों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। अंत में प्रधानाचार्या श्रीमती पूजा मिश्रा एवं प्रबन्धक श्री वीरेन्द्र मित्तल जी ने सभी को धन्यवाद देकर आभार व्यक्त किया।

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