DAV कॉलेज के सामने ABVP और छात्रों का प्रदर्शन, ACP को गिराया जमीन पर
एबीवीपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और छात्रों के हंगामे के बीच पुलिस बैकफुट पर दिखी। छात्रों ने पुलिस को वर्दी उतरवाने तक की धमकी दे डाली। छात्र मुख्य गेट का ताला तोड़कर प्रिंसिपल ऑफिस तक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
अंकित बाजपेई
कानपुर नगर। कानपुर के डीएवी कॉलेज में गुरूवार को छात्रों ने जमकर उपद्रव किया। दरअसल, विभिन्न मांगों के निस्तारण को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अगुवाई में स्टूडेंट्स कॉलेज आए थे लेकिन यहां पर जब कॉलेज बंद होने की सूचना मिली, तो एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के साथ आए छात्र भड़क गए और जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। कुछ छात्रों ने कॉलेज गेट का ताला तोड़ने की कोशिश की जबकि कई उसे फांदकर अंदर पहुंच गए और एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में धरना देते हुए हंगामा किया. इस बीच, छात्रों का प्रदर्शन जब सड़क पर पहुंच गया तो सड़क पर जाम लग गया. छात्रों ने प्राचार्य की प्रतीकात्मक अर्थी निकालते हुए पुतला फूंकने का प्रयास किया तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई।
एबीवीपी नेता गोपाल मिश्रा ने बताया कि डीएवी छात्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्राचार्य को चार बार ज्ञापन दिया जा चुका है लेकिन अभी तक समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि डीएवी कॉलेज की लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स के लिए किताबें नहीं हैं, आरोप है कि कॉलेज प्रशासन प्रैक्टिकल फीस के नाम पर दो हजार की अवैध वसूली कर रहा है, इसके अलावा छात्राओें के लिए बने कॉमन रूम में कोई सुरक्षा नहीं है, यहां के शौचालय की दशा भी अत्यंत दयनीय है, इसी को लेकर आज प्राचार्य से बातचीत तय हुई थी लेकिन जब कॉलेज पहुंचे तो पता चला कि प्राचार्य ने आज छुट्टी घोषित कर दी है। इसके बाद छात्र भड़क गए और जमकर नारेबाजी की। कई छात्र तो कॉलेज गेट फांदकर कैंपस में बने एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में पहुंच गए।
हंगामे की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई. इस बीच छात्रों का एक ग्रुप प्राचार्य की प्रतीकात्मक अर्थी बनाकर ले आया और वीआईपी रोड पर हुजूम पहुंच गया, जिससे यहां पर जाम लग गया। पुलिस ने पुतला जलाने से जब छात्रों को रोकने की कोशिश की तो भड़के छात्रों के साथ उसकी धक्कामुक्की हो गई। इसी धक्कामुक्की में छात्रों ने एसीपी कोतवाली को धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया। ज्वाइंट पुलिस कश्मिनर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि पुलिस ने सभी वीडियो देखे हैं। इसमें ऐसा लग रहा है कि किसी ने जानबूझकर एसीपी को धक्का नहीं दिया है। इसके बावजूद पूरे मामले की जांच एडीसीपी लखन सिंह यादव को सौंपी गई है। वह इस पूरे मामले की जांच करेंगे और अगर कुछ विधि सम्मत नहीं पाया जाता है तो उसके अनुसार एक्शन लिया जाएगा।