CM योगी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का मिला सर्टिफिकेट, राम की पैड़ी पर जलाए गए 22 लाख 23 हजार दीये
अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान पहली बार भक्तों के लिए नए निर्मित किए जा रहे राम जन्मभूमि मंदिर के द्वार खोले गए। भक्त अपने अराध्य के धाम का दर्शन कर खुद को भाग्यशाली करार देते दिखे। वहीं, सरयू तट पर अद्भुत नजारा देखने को मिला।
दिवाकर गुप्ता
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया। 51 घाटों पर करीब 22 लाख 23 हजार दीयों से अयोध्या जगमग हुई। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से इस संबंध में सर्टिफिकेट सीएम योगी को सौंपा गया। सीएम योगी इस सर्टिफिकेट को ग्रहण किया। इस कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में सुबह से ही कई आयोजन हुए। प्रभु श्रीराम की भव्य झांकी निकाली गई। इस कार्यक्रम को लेकर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ विशेष रूप से कार्यक्रम में पहुंचे। सरकार के हेलीकॉप्टर से भगवान राम, लक्ष्मण, माता सीता के अयोध्या आगमन को भव्य तरीके से प्रदर्शित किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन पर उनकी आरती उतारी। भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक किया। त्रेता युग के दृश्य को साकार करने का प्रयास किया गया। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम के बारे में कहा जाता है, अयोध्या से अधिक उनके लिए कोई प्रिय कोई नहीं है। उसे केंद्र और राज्य सरकार विकसित करने में जुटी हुई है। राम की पैड़ी समेत सरयू तट पर भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन पर करीब 22 लाख से अधिक दीयों से दीपोत्सव का आयोजन किया गया। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई नेता और वीवीआईपी इस कार्यक्रम के साक्षी बने।
रामनगरी में दीयों को जलाए जाने के आंकड़े सामने आए हैं। करीब 22 लाख 23 हजार दीये अयोध्या के 51 घाटों पर जलाए गए। पिछले साल करीब 17 लाख दीयों से अयोध्या नगरी जगमग हुई थी। इस बार नया रिकॉर्ड बनाया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राम की पैड़ी पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन देखा। इसमें भाग लिया। वहीं, इस बार अयोध्या में करीब 12 मिनट तक आतिशबाजी की गई। पिछले साल 9 मिनट आतिशबाजी हुई थी। आतिशबाजी के दौरान अलग ही नजारा देखने को मिला। लोगों ने इसका मजा लिया। कार्यक्रम के बाद अयोध्या में आई गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने सीएम योगी आदित्यनाथ को दीपोत्सव में रिकॉर्ड दीयों के जलाए जाने का सर्टिफिकेट प्रदान किया। पिछले साल भी अयोध्या में 17 लाख दीयों के एक साथ जलाए जाने का रिकॉर्ड बना था। सर्टिफिकेट मिलने के बाद सीएम योगी ने सभी वॉलंटियर्स को इसके लिए बधाई दी। इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद रहीं।
दीपोत्सव 2023 के मंच पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का आगमन रामराज को स्थापित करने का समय था। यह दिन राजराज की परिकल्पना को साकार करने का दिवस है। भगवान राम ने जातिवाद से इतर हर वर्ग के लिए एक समान अवसर वाले समाज की रचना का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम के 22 जनवरी के स्थापना दिवस के पहले यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव कार्यक्रम से सभी वर्गों को जोड़ने का प्रयास किया जाना चाहिए। हम हर वर्ग को इस पर्व से जोड़ने में जुटें। दीपों के प्रज्वलन को सीएम योगी ने सकारात्मक ऊर्जा के संचार के रूप में पेश किया। सीएम योगी इस दौरान भक्तिभाव में डूबे नजर आए। दीपोत्सव के बाद भव्य लेजर शो का आयोजन किया गया। इसमें भगवान श्रीराम के जीवन चरित को प्रदर्शित किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ समेत 52 देशों के राजदूतों ने इस भव्य आयोजन को देखा और इसकी सराहना की।
राज्यपाल ने दीपोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि दिवाली पर हमें ऐसे सामान की खरीद करनी चाहिए, जिसमें हमारे देश के लोगों के पसीने की खुशबू हो। जो हमारे देश के लोगों के टैलेंट को प्रदर्शित करती हो। सातवें दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने अपनी मेहनत से अयोध्या को भव्य और दिव्य रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने देश और प्रदेशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दी।