श्रमिकों के परिजनों संग मनाया ईगास, मुख्यमंत्री ने माला पहनाकर किया स्वागत
समय टुडे डेस्क।
सिलक्यारा (उत्तरकाशी)। उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने की दुआएं कबूल हुईं। ऑपरेशन सिलक्यारा के तहत जब आखिरी मजदूर ने टनल से बाहर आकर खुली हवा में सांस ली तो देश और दुनिया में बदलते उत्तराखंड का संदेश भी गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा में 41 श्रमिकों की सकुशल वापसी पर मुख्यमंत्री धामी को फोन कर शुभकामनाएं दीं।
सीएम धामी ने भैलो खेलकर मनाया ईगास
सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों ने सकुशल बाहर आकर जब खुली हवा में सांस ली, तब जाकर मुख्यमंत्री के आवास पर इगास (बूढ़ी दिवाली) का जश्न मना। ऑपरेशन सिलक्यारा के दौरान सभी मजदूरों के इगास वाले दिन टनल से बाहर आने की संभावना थी। लेकिन अचानक ऑपरेशन की राह में बाधा आ गई। तब मुख्यमंत्री ने एलान किया था कि उनकी असली इगास तब होगी जब सभी मजदूर सुरंग से सकुशल बाहर आ जाएंगे। सीएम धामी ने भैलो खेलकर ईगास मनाया।
सिलक्यारा टनल से श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के बाद आज देहरादून स्थित सीएम आवास में ईगास मनाया गया। इस अवसर पर श्रमिकों के परिजन भी मौजूद थे। सीएम ने इन सभी का माल्यार्पण कर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं।
रैट माइनर्स को 50-50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देगी सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में भर्ती सिलक्यारा सुरंग से रेस्क्यू कर लाए गए श्रमिकों को एक-एक लाख रुपए सहायता राशि का चेक सौंपे। उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने वाले रैट माइनिंग दल के सदस्यों को भी 50-50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
सिलक्यारा में पसरा रहा सन्नाटा
12 नवंबर की सुबह से सिलक्यारा सुरंग के बाहर मजदूरों को बचाने वालों की भीड़ बुधवार को पूरी तरह से सन्नाटे में बदल गई। यहां न तो अब मजदूरों के बाहर निकलने की वो बेताबी थी और न ही बचाव में जुटी टीम की भीड़। आसपास के क्षेत्रों में भी एक बार फिर ऑफ सीजन का सन्नाटा आ गया।
एम्स में मजदूरों की चल रही जांच
सिल्कयारा सुरंग से बचाए गए सभी 41 श्रमिकों की ऋषिकेश एम्स में मेडिकल जांच चल रही है।
मुख्यमंत्री आवास पर मनेगा ईगास
41 मजदूरो की सकुशल वापसी के बाद सीएम आवास पर आज ईगास(बूढ़ी दिपावली) मनाया जाएगा। बता दें कि 23 नवंरब को सीएम आवास में ईगास का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था।
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि यह एक अलग प्रकार का ऑपरेशन रहा, वहां तक पहुंचने के लिए विभिन्न प्रकार के विकल्प का इस्तेमाल किया गया, कई बाधाएं आईं… इस पर अंदर प्रधानमंत्री की निरंतर नज़र रही। यह हमारे मंत्रालय का काम था, प्रधानमंत्री ने 2014 के बाद एक गारंटी दी है कि कोई भी कहीं फंस जाएगा तो हमें उसे बाहर निकालना है। सारी संस्थाओं के विकल्प तैयार थे। ऑपरेशन अगर एक दिन में भी सफल हो जाता तब भी विपक्ष सवाल करते और अब भी कर रहे हैं।
एम्स में भर्ती किए गए 41 मजदूर
एम्स प्रशासन के डॉक्टर नरेंद्र ने बताया कि सभी 41 मजदूरों को भर्ती कर लिया गया है। सभी स्वस्थ लग रहे हैं फिर भी सभी मरीजों की विभिन्न जांच की जाएगी, जिसमें ब्लड जांच रेडियोलॉजी जांच आदि शामिल है।
एम्स ऋषिकेश पहुंचे श्रमिक
सिलक्यारा से सभी मजदूरों को चिनूक विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया। इसके बाद सभी को एम्स ऋषिकेश के लिए रवाना किया गया। यहां डॉकटरों की टीम चिनूक के समीप हेलीपैड पर पहुंची। टीम में निदेशक डॉक्टर मीनू से भी मौजूद है। श्रमिकों को आगे की चिकित्सा जांच के लिए ऋषिकेश लाया गया है।
श्रमिक जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए रवाना
भारतीय वायु सेवा के चिनूक विमान से सभी श्रमिक जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं उनके परिजनों को एंबुलेंस से भेजा गया।
मजदूरों को दिए एक-एक लाख के चेक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचे, जहां सुरंग के निकाले गए 41 मजदूरों को रखा गया है। सीएम ने मजदूरों को एक-एक लाख के चेक दिए। इसके बाद सीएम धामी यहां से लौट गए। उन्होंने कहा कि अब एम्स ऋषिकेश में मजदूरों की सघन जांच होगी इसके बाद उन्हें उनके घर भेजा जाएगा।
चिनूक हेलिकॉप्टर से जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाए जाएंगे श्रमिक
सिलक्यारा टनल से रेस्क्यू किए गए 41 श्रमिकों को चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाए जाने की सूचना है। जिस कारण देहरादून एयरपोर्ट पर करीब 22 एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है। चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा पहले उत्तरकाशी से एम्स हेलीपैड पर सभी श्रमिकों को ले जाया जाएगा। यदि एम्स के हेलीपैड पर हेलिकॉप्टर को लैंडिंग में कोई दिक्कत हुई तो चिनूक की लैंडिंग देहरादून एयरपोर्ट पर कराई जाएगी। जहां से एंबुलेंस द्वारा सभी 41 श्रमिकों को ऋषिकेश एम्स ले जाया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे उत्तरकाशी
मजदूरों का हालचाल जानने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। यहां से वह सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ के लिए रवाना होंगे। जहां सभी 40 श्रमिकों को सहायता राशि की चेक वितरित किए जाएंगे। इसके बाद सभी श्रमिक मुख्यमंत्री के साथ ही हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा-घटना से सबक लेते हुए एक शोध होना चाहिए
उत्तरकाशी सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि जिस क्षण ये खबर आई कि हमारे 41 श्रमिक सकुशल बाहर निकाल लिए गए हैं तो पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। हमारा देश चांद तक पहुंच गया है लेकिन हम हमसे 50 मीटर दूर तक 17 दिनों में नहीं पहुंच पाए। इस घटना से सबक लेते हुए एक शोध होना चाहिए। आखिर ये कंपनी कौन थी? इस कंपनी का मालिक कौन है? उसका इस बचाव अभियान में कहीं भी पता नहीं चला।
41 श्रमिकों ने दिखाया हौसला: भास्कर खुल्बे
पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा, इन 41 श्रमिकों ने जो हौसला दिखाया, उससे प्रेरणा मिलती है कि विपदा आती हैं लेकिन आदमी को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। उनकी हिम्मत ने हमारा हौसला बढ़ाया और हम ये काम कर सके।