विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट बैंक के चेयरमैन पद से दिया इस्तीफा, बोर्ड में हुआ फेरबदल

पेटीएम पेमेंट बैंक के को-फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद विजय शेखर शर्मा बोर्ड के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
सोनाली सिंह
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे है। इस बीच सोमवार को पेटीएम पेमेंट बैंक के चेयरमैन पद से विजय शेखर शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है। वन97 कम्यूनिकेशन लिमिटेड ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से अपने नॉमिनी को वापस लेने का फैसला किया है, जिसके बाद विजय शेखर शर्मा बोर्ड के सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है। कंपनी रिजर्व बैंक की पाबंदियों के बाद अपने बोर्ड में फेरबदल कर रही है।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि पीपीबीएल ने हमें सूचित किया है कि वे एक नए अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करेंगे। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन श्रीधर, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी देबेंद्रनाथ सारंगी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व कार्यकारी निदेशक अशोक कुमार गर्ग और सेवानिवृत्त आईएएस रजनी सेखरी सिब्बल स्वतंत्र निदेशक के रूप में बोर्ड में शामिल हुए हैं। इनके अलावा, बोर्ड में पंजाब एंड सिंध बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक अरविंद कुमार जैन स्वतंत्र निदेशक और पेटीएम पेमेंट्स बैंक के एमडी और सीईओ सुरिंदर चावला हैं।
विजय शेखर शर्मा के इस्तीफे बाद पेटीएम पेमेंट बैंक के बोर्ड का पुनर्गठन भी किया गया है। जिसमें कई नए चेहरे शामिल किए गए हैं। वन97 कम्यूनिकेशंस लिमिटेड ने रेग्यूलेटरी फाइलिंग में बताया कि उसके असोसिएट पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने नए सिरे से बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की नियुक्ति की है। पेटीएम ने कहा कि हम अपने कारोबार को आरबीआई के नियमों के तहत आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
आरबीआई की कार्रवाई के बाद से पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। विजय शेखर शर्मा इस बैंक के सबसे बड़े शेयरहोल्डर है। पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं बाकी का मालिकाना हक पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के पास है। पेटीएम पेमेंट्स बैंक और विजय शेखर शर्मा की मुश्किलें 31 जनवरी 2024 से बढ़ गई जब आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बड़ी कार्रवाई करते हुए नए ग्राहकों के जोड़ने पर रोक लगा दिया था।