देश भर में लू का कहर जारी, अब तक 60 की मौत, 23 राज्यों में भीषण गर्मी का अलर्ट
भारत में 16,000 से अधिक हीटस्ट्रोक के मामले सामने आए है। देश में लू के कारण 1 मार्च से अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी हैं। राजस्थान के फलौदी में पारा 49 डिग्री पहुंच गया।
नेहा पाठक
नई दिल्ली। देश में लू इन दिनों कहर बरपा रही है। देश में लू के कारण 1 मार्च से अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी हैं। इस दौरान 16,344 हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए। इनमें अकेले 22 मई को ही 486 केस देखने को मिले। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NSDC) की ओर से एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) चलाया जा रहा है। इसके तहत गर्मी से संबंधित बीमारियों पर नजर रखी जाती है। आइडीएसपी से मिली जानकारी के मुताबिक देश में 24 घंटे हीटस्ट्रोक और मौतें के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की ओर से देश के उत्तरी और मध्य भागों में चल रही लू को ध्यान में रखते हुए सभी राज्यों और केंद्र शाासित प्रदेशों को सलाह जारी करते हुए कहा है कि अस्पतालों में लू और हीटस्ट्रोक के मामलों से निबटने के लिए सभी इंतजाम रखें।
प्रचंड गर्मी के चलते राजस्थान में पारा रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। फलौदी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 49 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, गर्मी की वजह से राजस्थान में और 6 लोगों की मौत हो गई।
चिकित्सकों ने बताया कि उत्तर भारत के राज्यों में बढ़ रही गर्मी के कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों और श्वसन संबंधी बीमारियों की शिकायत करने वाले रोगियों में 30 फीसदी की वृद्धि हुई है। लोग हीटस्ट्रोक और गर्मी के कारण शरीर में ऐंठन की शिकायत कर रहे हैं। चिकित्सकों ने सलाह दी कि हीटस्ट्रोक से बचने के लिए पर्याप्त जल पीएं और खुद को ठंडा रखने के उपाय करें।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी गई कि राजस्थान, विदर्भ, मध्यप्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के कई हिस्सों में 27 मई तक लू की स्थिति बनी रहेगी।
हीटस्ट्रोक के दौरान शरीर अत्यधिक गर्म हो जाता है। इससे मस्तिष्क, यकृत और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों की सामान्य कार्यप्रणाली गड़बड़ा जाती है। इस दौरान शरीर के तापमान में वृद्धि, सुस्ती, कमजोरी और मुंह में सूखापन आता है।