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औरैया से गाजियाबाद ट्रांसफर के बाद छलक पड़े आंसू, बुजुर्गो का प्यार देख भावुक हुईं IPS चारू निगम

चारू निगम जहां अपराधियों के खिलाफ कड़े एक्शन लेती है। वहीं वह बुजुर्गो की सेवा के लिए भी जानीं जाती हैं। वह वृद्धाश्रम पहुंचकर बुजुर्गो का हाल-चाल लेती।

दीपांशु सावरन

औरैया। औरैया जिले में पिछले 27 महीनों से तैनात महिला आईपीएस के ट्रांसफर होने के बाद एक ऐसी भावुक कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। जिसे शायद ही कभी कभी देखने को मिलती है। क्योंकि ज्यादातर पुलिस से लोग डरते है और दूर ही रहना पसंद करते है। लेकिन यह तस्वीर पुलिस विभाग के अधिकारियों के लिए गर्व की बात होगी। वहीं एक आईपीएस के ट्रांसफर होने के बाद जब वह औरैया के ही एक वृद्धा आश्रम पहुंची तो उन्हें देख कर वहा रहा रही बुजुर्ग महिलाएं, बुजुर्गो ने आईपीएस को देखा तो गले लगा लिया।

औरैया में एसपी चारू निगम ट्रांसफर होने के बाद वृद्धाश्रम पहुंची, बुजुर्गों ने लगाया गले, छलक आए आंसू। एसपी चारू निगम का गाजियाबाद पीएसी में ट्रांसफर कर दिया गया। स्थानांतरण के बाद उनका विदाई समारोह आयोजित किया गया। विदाई समारोह के बाद एसपी शहर के निकट आनेपुर स्थित वृद्धाश्रम पहुंची। जहां पर बुजुर्गों से गले मिलकर आईपीएस चारू निगम के आंसू छलक आए। बुजुर्गों ने भी नम आंखों से उन्हें विदाई दी।

एसपी चारू निगम के स्थानांतरण होने पर विदाई दी गई। 27 माह बेमिसाल शीर्षक के साथ विदाई कार्यक्रम को मनाया गया। इसके बाद चारू निगम वृद्धाश्रम पहुंची, जहां बुजुर्ग उनके ट्रांसफर की बात सुनकर भावुक हो गए। बुजुर्ग महिलाओं ने जब चारू निगम को गले लगाया तो उनके आंसू छलक आए। वह रूमाल निकालकर आंसू पोंछती नजर आई।

जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अधिकतर अधिकारी इस आश्रम में जन्मदिन आदि कार्यक्रम रख बुजुर्गों के साथ मनाते है। पूर्व डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव ने भी अपने बच्चों का जन्मदिन यहीं मनाया। इसी परंपरा के तहत एसपी चारू निगम भी अपने बच्चे का जन्मदिन बुजुर्गो के साथ मानने लगी। जिससे बुजुर्गों का लगाव हो गया। अब जब एसपी चारू निगम ट्रांसफर की बात बताकर विदाई लेने पहुंची तो बुजुर्गों के साथ एसपी की भी आंखे छलक उठी।

औरैया में कई बड़ी कार्रवाई की

औरैया मे तैनाती के समय तो चारू निगम ने कई बड़ी कार्रवाई की। उन्होंने औरैया मे हाईवे पर हुई लूट का खुलासा किया। जिसमें आरोपी कोई और नहीं बल्कि पुलिस ही लुटेरी निकली थी। उन्होंने अपने विभाग की परवाह न करते हुए पड़ोसी जिले कानपुर देहात जाकर भोगनीपुर मे तैनात एक कोतवाली इंस्पेक्टर, एक दारोगा व सिपाही के साथ कुछ अपराधियों को लूटी गई चांदी के साथ पकड़ा और गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उन्होंने जनपद मे रेप जैसे मामले मे दोषी होने वाले अपराधियों कि सही पैरवी करा कर साल भर के भीतर तीन दोषियों। को फांसी की सजा दिलवाने का काम भी किया।

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