सीएम योगी ने याद किया पहला दीपोत्सव,अयोध्या में भव्य दीपोत्सव में बने दो विश्व रिकोर्ड
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव 2024 के अवसर पर रामकथा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने अयोध्या के लिए जो वादे किए थे उन्हें पूरा किया है। सीएम योगी ने आगे कहा कि मां सीता की अग्निपरीक्षा बार-बार नहीं होनी चाहिए।
सौरभ शुक्ला
आयोध्या / लखनऊ। अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बुधवार को आठवें दीपोत्सव के अवसर पर दो विश्व रिकॉर्ड बने. एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा आरती करने और सबसे अधिक दीये जलाने के दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ बनाए गए. पवित्र शहर में सरयू नदी के तट पर राम की पैड़ी सहित 55 घाटों पर दो रिकॉर्ड बनाए गए, जहां 25 लाख से ज़्यादा मिट्टी के दीये एक साथ जलाए गए और 1,121 ‘वेदाचार्य’ (धार्मिक ग्रंथों के शिक्षक) ने एक साथ ‘आरती’ की. दीयों की गिनती ड्रोन के जरिए की गई।
‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के निर्णायक प्रवीण पटेल ने बुधवार शाम को नए रिकॉर्ड की घोषणा की, जहां वे ‘गिनीज कंसल्टेंट’ निश्चल भरोट के साथ सत्यापन के लिए आए थे. पटेल ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और सरयू आरती समिति सबसे अधिक 1,121 लोगों द्वारा आरती करने के लिए ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के खिताब धारक हैं. आप सभी को बधाई हो.’’
दूसरे रिकॉर्ड के बारे में गिनीज निर्णायक दल ने कहा, ‘कुल 25,12,585 दीये जलाकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, सबसे अधिक दीयों के एक साथ प्रज्वलन के लिए नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के खिताब धारक हैं.’ पटेल ने कहा कि वह एक नहीं बल्कि दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ खिताबों को सत्यापित करके ‘बहुत प्रसन्न’ हैं – एक साथ सबसे ज़्यादा लोगों द्वारा आरती और दूसरा सबसे अधिक दीयों का प्रज्वलन।
सीएम योगी ने दीपोत्सव के पहले संस्करण को याद करते हुए कहा कि तब रामकथा मंडप छोटा था। उस वक्त यहां एक ही नारा लगता था कि ‘योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो।’ तब मैंने उस समय कहा था कि विश्वास कीजिए, ये जो दीप आपके द्वारा जलाए जाएंगे वो केवल दीप नहीं सनातन धर्म का विश्वास हैं, प्रभुराम की कृपा अवश्य बरसेगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब आभारी हैं पीएम मोदी के, जिनके दूदरर्शिता के करण 5 अगस्त 2020 के समय जब दुनिया कोरोना महामारी के सामने पस्त थी, तब भारत के प्रधानमंत्री अयोध्या धाम में आकर विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए यहां आकर श्रीराम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम अपने कर कमलों से संपन्न किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये वर्ष अयोध्या के लिए अद्भुत, अनुपम, अलौकिक और अद्वितीय है। इस वर्ष 22 जनवरी 2024 को अयोध्या धाम में 500 साल का इंतजार समाप्त करके, एक बार फिर भगवान श्रीराम अपनी जन्मभूमि पर विराजित होकर, ये संदेश देकर गये हैं कि कभी अपने पथ से विचलित न होइए, संघर्ष का मार्ग अपनाइए, सफलता अवश्य प्राप्त होगी।