रिटायरमेंट के बाद EPFO से कितनी मिलेगी पेंशन? कैलकुलेशन के लिए जान लीजिए ये फॉर्मूले
समय टुडे डेस्क।
प्राइवेट जॉब करने वालों कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन का लाभ उठाने के लिए ईपीएफओ की सुविधा दी जाती है। ईपीएफ अकाउंट में इम्प्लॉई और एम्प्लायर (कंपनी) दोनों योगदान करते हैं। दरअसल, कर्मचारी पेंशन योजना(EPS) एक तरह की रिटायरमेंट स्कीम है, जिसमें यूजर्स को प्रति माह एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। फिर, इस पर सरकार की ओर से ब्याज दिया जाता है और इस तरह रिटायरमेंट तक यूजर के पीएफ अकाउंट मोटी रकम जमा हो जाती है।
आपको बता दें कि यह कंट्रीब्यूशन बेसिक सैलरी प्लस डियरनेस अलाउंस का 12-12 फीसदी होता है। इसके अलावा सरकार हर साल EPF की ब्याज दरें तय करती हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए EPF पर सालाना 8.1 फीसदी ब्याज मिला था। इसी तरह तय राशि के अनुसार रिटायरमेंट के बाद आपकी पेंशन बनती है। अगर आप निजी क्षेत्र में नौकरी कर रहे हैं, तो आपको रिटायर होने के बाद कितनी पेंशन मिलेगी, आइए इसके कैलकुलेशन और फॉर्मूले के बारे में यहां विस्तार से बताते हैं।
ईपीएफ कैसे तय की जाती है?
ईपीएफ के बारे में बेहतर तरीके से समझने के लिए आप इसको उदाहरण से समझ सकते हैं। मान लीजिए कि आपकी बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस मिलकार 15,000 रुपये है। इसके अलावा, आपकी उम्र 40 साल है, तो रिटायरमेंट तक यानी 58 साल की उम्र तक आपके पास 27.66 लाख रुपये रिटायरमेंट फंड तैयार हो सकता है। आपको बता दें कि ईपीएफ स्कीम के तहत आप मैक्सिमम 58 साल तक ही कंट्रीब्यूशन कर सकते हैं। यदि आपको उदाहरण से क्लियर नहीं हुआ है, आगे इसके कैलकुलेशन के बारे में भी जान सकते हैं।
ईपीएफ के कैलकुलेशन का ये है फॉर्मूला
बेसिक सैलरी+DA= 15,000 रुपये
मौजूदा उम्र= 40 साल
रिटारमेंट उम्र= 58 साल
इम्प्लॉई मंथली कंट्रीब्यूशन= 12 फीसदी
एम्प्लॉयर मंथली कंट्रीब्यूशन= 3.67 फीसदी
EPF पर ब्याज दर= 81 फीसदी सालाना
सालाना सैलरी ग्रोथ= 10 फीसदी
58 साल की उम्र में मैच्योरिटी फंड= 27.66 लाख रुपये
जानकारी के लिए बता दें कि EPF अकाउंट में इम्प्लॉई की बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस(महंगाई भत्ते) का 12 फीसदी जमा होता है। वहीं, एम्प्लॉयर की 12 फीसदी की रकम दो भागों में जमा होती है। इसमें 8.33 फीसदी रकम इम्प्लॉई पेंशन अकाउंट में जाती है और शेष 3.67 फीसदी रकम ही ईपीएफ अकाउंट में जाती है।
ईपीएफओ से समय के पहले पेंशन लेने पर क्या होगा?
निजी क्षेत्र में कार्यरत 58 साल के कर्मचारी को ही पेंशन का लाभ मिलता है। आपको बता दें कि Early Pension के विकल्प का चयन करने के बाद उन्हें पहले भी पेंशन मिल सकता है। Early Pension में भी व्यक्ति की उम्र कम से कम 50 साल होनी चाहिए। हालांकि, वक्त से पहले जो भी पेंशन लेते हैं, उन्हें 4 फीसदी का नुकसान सहना पड़ता है। उदाहरण के लिए यदि आप 56 की उम्र में Early Pension का ऑप्शन सेलेक्ट करते हैं तो आपको मूल राशि का 92 फीसदी ही अमाउंट पेंशन के तौर पर मिलेगी, लेकिन 58 साल के बाद आपको सामान्य पेंशन राशि मिलेगी।