प्रयागराज में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प, CM योगी के दौरे के बीच अधिवक्ता की पिटाई पर बवाल

भूटान नरेश के साथ यूपी सीएम मंगलवार सुबह प्रयागराज पहुंचे। जब योगी भूटान नरेश के साथ सर्किट हाउस से महाकुंभ मेला जा रहे थे, तभी पुलिस ने एक वकील को पीट दिया। इससे गुस्साए वकीलों ने हंगामा किया और सड़क जाम करने की कोशिश की। डीसीपी सिटी ने दारोगा को निलंबित करके मामला शांत कराया।
अखिलेश कुमार अग्रहरि
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महाकुंभ दौरे के दौरान मंगलवार को शहर में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गई। घटना हिंदू हॉस्टल चौराहे की है, जहां मुख्यमंत्री के काफिले के लिए लगाए गए बैरिकेट पर एक वकील को रोके जाने पर विवाद शुरू हुआ। इसी दौरान नाका चौकी प्रभारी और पुलिसकर्मियों ने एक वकील को पीट दिया, जिससे अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया।
कुछ ही देर में बड़ी संख्या में वकील मौके पर पहुंच गए और सड़क पर खुद से बैरिकेडिंग कर चक्काजाम की कोशिश की। उन्होंने धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार सुबह भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक के साथ प्रयागराज पहुंचे थे। उनके कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा कारणों से विभिन्न चौराहों पर बैरिकेट लगाकर यातायात को नियंत्रित किया जा रहा था। इसी बीच हिंदू हॉस्टल चौराहे पर एक वकील ने बैरिकेट पार करने की कोशिश की, जिससे वहां तैनात नाका चौकी प्रभारी से उनकी बहस हो गई।
बहस बढ़ने पर दारोगा ने वकील के साथ हाथापाई शुरू कर दी और उनके साथ मौजूद सिपाहियों ने भी अधिवक्ता को पीटा। इस घटना को देख मौके पर मौजूद अन्य वकील आक्रोशित हो गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं के इस विरोध प्रदर्शन से प्रशासन में हड़कंप मच गया। वकीलों ने मौके पर ही चक्काजाम करने का प्रयास किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलते ही डीसीपी सिटी अभिषेक भारती मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
वकीलों की मांग पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित करने का आदेश जारी किया। डीसीपी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि चौकी प्रभारी की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग की छवि धूमिल हुई है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जाएगी। निलंबन के दौरान दारोगा को पुलिस लाइंस से संबद्ध किया गया है और उन्हें मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के बाद वकील शांत हुए और स्थिति पर नियंत्रण पाया गया। हालांकि, इस घटना ने शहर में पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न कर दी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए नाका चौकी प्रभारी अतुल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए।