पहलगाम में आतंकी हमले में 27 से ज्यादा लोगों की मौत, दो महीने बाद शुरू होनी है ‘अमरनाथ यात्रा’

पहलगाम आतंकी हमले में 27 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। मरने वालों में अधिकांश पुरुष टूरिस्ट हैं। इनमें एक इजरायल और एक इटली का नागरिक भी शामिल है। गृह मंत्री श्रीनगर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि चार आतंकियों ने हमलों को अंजाम दिया, जिनमें से तीन पाकिस्तानी हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जेडी वैंस ने भी घटना पर दुख जताया।
समय टुडे डेस्क।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले में 27 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. मरने वालों में दो विदेशी भी शामिल हैं। एक शख्स इजरायल और एक इटली का रहने वाला है. गृह मंत्री अमित शाह इस वक्त श्रीनगर पहुंच चुके हैं. बताया जा रहा है कि कुल चार आतंकियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें से तीन पाकिस्तानी और एक लोकल कश्मीरी है। कांग्रेस पार्टी ने सरकार से कहा कि वो उनके साथ हैं। आतंकियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एक्स पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में टूरिस्ट पर हुए आतंकी हमले से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएँ मृतकों के परिवार के सदस्यों के साथ हैं। इस जघन्य आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और हम अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे तथा उन्हें कड़ी से कड़ी सजा देंगे।
श्रीनगर से 90 किलोमीटर की दूरी पर है पहलगाम। यहां से छह किलोमीटर दूर है बायसरन घाटी, जहां पहुंचने में 30 मिनट का वक्त लगता है। इस जगह को ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है। यहां घास के मैदान हैं। एक तरफ देवदार के घने जंगल हैं। यहां पर्यटक तुलियन झील तक ट्रैकिंग करने के लिए भी आते हैं। यहां पैदल रास्ते या खच्चरों पर बैठकर ही आसानी से पहुंचा जा सकता है। जब दोपहर को यह वारदात हुई तब सैलानी वहां घुड़सवारी कर रहे थे। तभी आतंकी वहां पहुंचे और उन्होंने पंजाबी में टूरिस्ट से उनका मजहब पूछा. पहचान स्थापित होने के बाद लोगों को मौत के घाट उतारा गया. इस दौरान करीब 50 राउड फायरिंग की गई. अमेरिका के राष्ट्रपति जेडी वैंस ने पहलगाम अटैक पर दुख जताया।
पीएम नरेंद्र मोदी इस वक्त सउदी अरब में हैं. पीएम ने सउदी से गृह मंत्री अमित शाह को फोन मिलाया और तुरंत पहलगाम जाने का निदेश दिया। ये हमला ऐसे समय में हुआ है जब सालों तक आतंकवाद से जूझने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है. साथ ही, 38 दिवसीय अमरनाथ तीर्थयात्रा तीन जुलाई से शुरू होनी है। देश भर से लाखों तीर्थयात्री दो मार्गों से पवित्र गुफा मंदिर की यात्रा करते हैं. एक मार्ग दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा पहलगाम मार्ग है जबकि दूसरा मार्ग गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर का छोटा बालटाल मार्ग है जहां खड़ी चढ़ाई है. बैसरन पहलगाम में एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यह उन पर्वतारोहियों के लिए शिविर स्थल भी है जो तुलियन झील तक जाते हैं।

कानपुर के महराजपुर के रहने वाले शुभम द्विवेदी अपने परिवार के साथ जम्मू कश्मीर घूमने गए थे. पहलगाम में आतंकी हमले में गोली लगने से शुभम की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 22 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है. इसमें कानपुर के महाराजपुर के हाथीपुर निवासी शुभम द्विवेदी नाम के युवक की भी गोली लगने से मौत हो गई. मौत की खबर परिजनों को मिली तो उनके होश उड़ गए. बताया गया कि शुभम अपनी पत्नी के साथ परिवार के 11 सदस्यों के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गया था। फरवरी में शादी हुई थी. हमले के समय शुभम की पत्नी साथ थी. पत्नी के मुताबिक, आतंकवादियों ने शुभम के सिर पर सटाकर गोली मारी. शुभम के परिजनों के मुताबिक, आतंकवादियों ने नाम पूछकर गोली मारी।
आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। टीआरएफ, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन है। पाकिस्तान में बैठा शेख सज्जाद गुल टीआरएफ का प्रमुख है। टीआरएफ की कहानी 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले के साथ ही शुरू होती है। कहा जाता है कि इस हमले से पहले ही इस आतंकी संगठन ने घाटी के अंदर अपने पैर पसारने शुरू कर दिए थे। जम्मू कश्मीर में हाल ही में 85 हजार से अधिक डोमिसाइल जारी किए गए हैं। टीआरएफ यह कहकर लोगों को भड़का रहा है कि ये डोमिसाइल स्थानीय लोगों को नहीं, बल्कि बाहरी लोगों को प्रदान किए गए हैं।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मृतकों की संख्या का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘यह हमला हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा है.’ वर्ष 2000 में पहलगाम स्थित अमरनाथ आधार शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में 30 से अधिक लोग मारे गए थे और 60 अन्य घायल हुए थे. इसके एक वर्ष बाद शेषनाग में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए हमले में 13 लोग मारे गए थे और 15 अन्य घायल हुए थे, जबकि वर्ष 2002 में पहलगाम क्षेत्र में हुए एक अन्य हमले में 11 लोग मारे गए थे. वर्ष 2017 में अमरनाथ यात्रा के दौरान एक आतंकी हमले में आठ तीर्थयात्री मारे गए थे। पिछले साल मई में पहलगाम के यन्नार में आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में राजस्थान का एक पर्यटक दंपति घायल हो गया था।