भारत विकास परिषद ‘मणिकर्णिका शाखा’ में धूमधाम से मनाई गई राधा अष्टमी

- पूजा परिहार
झांसी। भारत विकास परिषद ‘मणिकर्णिका शाखा’ द्वारा राधा अष्टमी का पावन पर्व परंपरागत और सांस्कृतिक माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्षा स्वप्निल मोदी और उनकी पूरी टीम ने आयोजन को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई।
गणेश बनाओ प्रतियोगिता बनी आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम के अंतर्गत ‘गणेश बनाओ प्रतियोगिता’ का आयोजन भी किया गया, जिसने पूरे कार्यक्रम को और भव्य बना दिया। प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। संस्था की ओर से यह संदेश दिया गया कि भारतीय त्योहारों का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करता है।

अतिथि का संबोधन
कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि रूचि निवेदिता ने संस्था की अध्यक्षा स्वप्निल मोदी और उनकी टीम का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने संगठन को एक सूत्र में पिरोकर प्रेरणादायी कार्य किया है। अतिथि ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल समाज को जोड़ते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भारतीय संस्कृति से भी परिचित कराते हैं।
राधा अष्टमी का संदेश
अवसर पर राधा अष्टमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि राधा का प्रेम त्याग, समर्पण और पूर्णता का प्रतीक है। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि सच्चा प्रेम आत्मा को परमात्मा से जोड़ने की शक्ति रखता है। राधा का संदेश आज भी यही है कि प्रेम हमें ऊँचाइयों तक ले जाकर जीवन को अर्थ और उद्देश्य प्रदान करता है।



