बेटियां स्वावलंबी, खुद बना रहीं अपना रास्ता : CM योगी

सीएम योगी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान जब महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ीं तो उन्होंने साबित किया कि आत्मनिर्भर भारत की राह में महिलाएं बड़ी ताकत हैं।
- शालिनी शर्मा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मिशन शक्ति-05 का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बेटियों का आत्मनिर्भर और सुरक्षित होना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने साफ कहा कि नारी सम्मान और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले अपराधियों के लिए उत्तर प्रदेश में कोई जगह नहीं है, ऐसे लोगों को प्रदेश से बाहर जाना होगा।
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 से प्रदेश सरकार ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है, साथ ही 44,000 से अधिक महिला बीट पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 10,200 महिला कमांडो तैयार किए गए हैं और प्रदेश के 12 विश्वविद्यालयों में मिशन शक्ति केंद्र स्थापित किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि मिशन शक्ति केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को स्व-रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण और सहायता प्रदान की जा रही है। अभी तक 1647 मिशन शक्ति केंद्रों से बड़ी संख्या में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान जब महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ीं तो उन्होंने साबित किया कि आत्मनिर्भर भारत की राह में महिलाएं बड़ी ताकत हैं। मिशन शक्ति के अंतर्गत अब तक 40,000 से अधिक महिलाओं को बैंकिंग सेवाओं से जोड़कर आर्थिक मजबूती दी गई है, जबकि 60,000 से ज्यादा महिलाओं को स्वरोजगार की राह दिखाई गई है।
कार्यक्रम में सीएम योगी ने बताया कि 2024-25 तक 9,513 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेटियों की शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
महिला हेल्पलाइन सेवाओं का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि महिलाएं अब 1090, 181, 112, 1930, 1076, 102, 101 और 108 नंबरों पर कॉल करके तत्काल सहायता प्राप्त कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि महिलाएं समाज में निडर होकर अपना योगदान दें और आत्मनिर्भर बनें। इस अवसर पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, मंत्री बेबी रानी मौर्य और कई गणमान्यजन मौजूद रहे।



