एसपी श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय ने दिव्यांग महिला की समस्या पर दिखाई संवेदनशीलता

एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने इस दौरान कार्यालय से निकलकर दिव्यांग महिला के पास पहुंच गईं। महिला की स्थिति को देखकर उन्होंने पूरी बात सुनने का निर्णय लिया। इसके लिए वे उनके पास ही जमीन पर बैठ गईं।
- विवेक कुमार
कानपुर देहात। जिले में पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय द्वारा नियमित रूप से जनसुनवाई आयोजित की जा रही है, जिसमें आमजन अपनी समस्याएं लेकर पहुँचते हैं। इसी क्रम में आयोजित जनसुनवाई के दौरान एक दिव्यांग महिला ने अपनी समस्या सामने रखी।
एसपी श्रद्धा नरेन्द्र पाण्डेय ने महिला की बात ध्यानपूर्वक सुनी और तत्परता दिखाते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी की भी समस्या को अनदेखा नहीं किया जाएगा।

जनता को भरोसा
एसपी ने कहा कि जनसुनवाई का उद्देश्य जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है। इस प्रक्रिया से समस्याओं का त्वरित और पारदर्शी निस्तारण सुनिश्चित किया जा सकेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि दिव्यांग महिला की शिकायत का शीघ्र समाधान कराया जाएगा।
जनसुनवाई से बढ़ रहा विश्वास
जनसुनवाई कार्यक्रम में उपस्थित अन्य लोगों ने भी एसपी की तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की। लोगों का कहना था कि इस प्रकार की पहल से जनता का पुलिस प्रशासन पर विश्वास मजबूत हो रहा है और आम नागरिकों को अपनी समस्याओं को सीधे शीर्ष अधिकारियों तक पहुँचाने का अवसर मिल रहा है।
कौन हैं आईपीएस श्रद्धा नरेंद्र पांडेय?
मुंबई से यूपी कैडर तक का सफर
आईपीएस श्रद्धा नरेंद्र पांडेय का जन्म 1 जून 1986 को मुंबई में हुआ। उनके पिता का नाम नरेंद्र राममूर्ति पांडेय है, जिनका नाम वे अपने नाम के साथ जोड़कर लिखती हैं। श्रद्धा ने बायोटेक्नोलॉजी में एमटेक की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद बीमा व आईसीएलएस सेवा में कार्यरत रहीं।
बचपन से ही उनका सपना सेना में जाने का था। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्होंने 2011 में संयुक्त रक्षा सेवा (CDS) परीक्षा दी और अखिल भारतीय स्तर पर चौथी रैंक हासिल की। हालांकि दृष्टि दोष (eye-sight problem) की वजह से वे मेडिकल राउंड पास नहीं कर सकीं।

इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और पुलिस सेवा को अपना लक्ष्य बनाया। कठिन परिश्रम और लगातार संघर्ष के बाद वे 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी बनीं और उत्तर प्रदेश कैडर में नियुक्त हुईं।
श्रद्धा नरेंद्र पांडेय की पहचान प्रदेश में एक ईमानदार और सख्त अधिकारी के रूप में होती है। 15 अगस्त 2020 को उन्हें डीजी कमेंडेशन डिस्क सिल्वर से सम्मानित किया गया। वर्तमान में वे 38वीं वाहिनी पीएसी अलीगढ़ की सेनानायक से ट्रांसफर होकर कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक (एसपी) के पद पर कार्यरत हैं।



