केजीएमयू छात्रों ने “दहेज प्रथा” पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत, राज्यपाल ने किया सराहना

- शालिनी शर्मा
लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से आयोजित “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा – 2025” के अंतर्गत आज राजभवन, लखनऊ में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के विद्यार्थियों ने दहेज प्रथा पर आधारित एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया।
नाटक अत्यंत भावपूर्ण और विचारोत्तेजक रहा। मंचन में यह दिखाया गया कि कैसे दहेज जैसी सामाजिक कुरीति से परिवार टूटते हैं और माता-पिता अपनी बेटी के सुखी जीवन के लिए धन, दौलत और आत्म-सम्मान तक का बलिदान करते हैं। नाटक में दहेज की शुरुआत, उसके कुपरिणाम और अंत तक का यथार्थ चित्रण कर गहरा संदेश दिया गया।


नाटक के अंत में सभी विद्यार्थियों ने शपथ ली कि वे ना तो दहेज लेंगे, ना देंगे और ना ही इस कुप्रथा को बढ़ावा देंगे, बल्कि समाज को दहेज-मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँगे।
इस अवसर पर विधि परामर्शी श्री प्रशांत मिश्र ने सभी कलाकारों को संवेदनशील और महत्वपूर्ण विषय को मंच पर लाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि दहेज केवल एक सामाजिक बुराई ही नहीं बल्कि कानूनी अपराध भी है। समाज में धीरे-धीरे जागरूकता बढ़ रही है और सकारात्मक परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शीघ्र ही यह कुप्रथा जड़ से समाप्त हो जाएगी।



