त्योहारों से पहले CM योगी का बड़ा निर्देश: दीपावली हो पूरी तरह स्वदेशी और सुरक्षित

- शालिनी शर्मा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों और प्रदेश में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वर्ष की दीपावली स्वदेशी उत्पादों के साथ मनाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि “स्वदेशी हो दीपावली” केवल नारा नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत और सशक्त उत्तर प्रदेश की दिशा में सामूहिक संकल्प है।
मुख्यमंत्री ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों और जिला प्रशासन से कहा कि वे धरातल पर सक्रिय रहें। उन्होंने पिछले माह दुर्गा पूजा, मिशन शक्ति और दशहरा के सफल आयोजन का हवाला देते हुए आगामी पर्वों को शांति और सुरक्षा के साथ सम्पन्न कराने का निर्देश दिया। उन्होंने अराजक तत्वों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
अक्टूबर और नवंबर में प्रदेश भर में अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों का कार्यक्रम है, जिनमें नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये केवल पर्व नहीं, बल्कि हमारी लोक-संस्कृति और सामूहिक चेतना के प्रतीक हैं। उन्होंने प्रत्येक जिला प्रशासन को इन पर्वों के शांतिपूर्ण और उल्लासपूर्ण आयोजन का निर्देश दिया।
विशेष रूप से अयोध्या का दीपोत्सव और काशी की देव दीपावली पूरे देश की पहचान बन चुके हैं। मुख्यमंत्री ने यातायात, सुरक्षा और व्यवस्थाओं की निगरानी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि लाखों दीपों से जगमगाती अयोध्या और घाटों पर रोशनी फैलती काशी का दृश्य न केवल श्रद्धालुओं बल्कि पूरी दुनिया के लिए मनमोहक है।
मुख्यमंत्री ने पर्वों के दौरान असामाजिक तत्वों की संभावित गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस और खुफिया तंत्र को सतर्क रखने का निर्देश दिया। साथ ही लक्ष्मी प्रतिमा का विसर्जन नदियों में न कर तालाबों में कराने और पटाखों की दुकानों को आबादी से दूर रखने के आदेश दिए। उन्होंने पर्यावरण और सुरक्षा के दृष्टिगत हानिकारक पटाखों पर कड़ी निगरानी और तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
सीएम ने खाद्य सुरक्षा पर भी जोर दिया। दूध, खोआ, पनीर, मिठाई और अन्य खाद्य सामग्रियों में मिलावट न हो, इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और एफएसडीए को सौंपी। दोषी पाए जाने पर त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया।
पर्वों के दौरान 12 अक्टूबर को होने वाली यूपीपीएससी परीक्षा में 6 लाख से अधिक अभ्यर्थियों की सुरक्षा और परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। साथ ही सोशल मीडिया पर जातिगत और अफवाह फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाने को कहा गया।
मुख्यमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 10 अक्टूबर से प्रत्येक जनपद में स्वदेशी मेलों के आयोजन का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि हर परिवार को उत्सव के अवसर पर स्वदेशी उत्पाद खरीदने और विक्रेताओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित किया जाए।
नगर निकायों और जिला प्रशासन को सफाई, जलभराव और विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। शहरों में स्पाइरल लाइटों से उत्सव का माहौल और भव्य बनाने का भी आदेश जारी हुआ। प्रमुख धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों पर यातायात की व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने और श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा से बचाने के निर्देश दिए गए।
अंत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब शांति, सुरक्षा और विकास की धुरी पर खड़ा है। प्रशासन और पुलिस सजग रहकर यह सुनिश्चित करें कि हर नागरिक और परिवार पर्वों को उल्लास, निर्भयता और सुरक्षित वातावरण में मना सके। यही प्रदेश की संस्कृति, नई पहचान और उसकी आत्मा है।



