विश्व हिंदू महासंघ के गौ रक्षा एवं स्वावलंबन कार्यक्रम में जुटे 600 से अधिक पदाधिकारी और वैज्ञानिक

- अभिषेक कुमार
प्रयागराज। विश्व हिंदू महासंघ के गौ रक्षा प्रकोष्ठ एवं स्वावलंबन कार्यक्रम में देशभर से 600 से अधिक पदाधिकारी, वैज्ञानिक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने गौ माता के दूध, मूत्र और गोबर के वैज्ञानिक, औद्योगिक एवं औषधीय महत्व पर विस्तृत चर्चा की।
चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हेमंत मोहन ने बताया कि गाय का दूध प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, मूत्र से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार की संभावनाएं हैं, वहीं गोबर से भूमि की उर्वरक शक्ति में वृद्धि की जा सकती है। उन्होंने सुझाव दिया कि गाय के गोबर का औद्योगिकीकरण और मूत्र से औषधियों का उत्पादन देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम हो सकता है।
कार्यक्रम में सनातन रक्षा वाहिनी के प्रकोष्ठ अध्यक्ष स्वामी हरिनारायण महाराज और प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने डॉ. हेमंत मोहन को राम दरबार व गौ माता का चित्र भेंट कर सम्मानित किया।
चेन्नई से आए पंचद्रव्य विश्वविद्यालय के निरंजन वर्मा ने कहा कि गोबर से जैविक उत्पाद और कृषि में उपयोगी पदार्थ बनाकर न केवल पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है बल्कि गरीब वर्ग को रोजगार के अवसर भी दिए जा सकते हैं।
गौ रक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश मंत्री (संत कबीर नगर) श्याम नारायण तिवारी ने कहा कि “गौ हत्या हर कीमत पर बंद होनी चाहिए।” वहीं प्रयागराज जिला अध्यक्ष सर्वेश शर्मा और मंडल अध्यक्ष अंबर पांडे ने बताया कि गौ माता की उचित देखभाल से शुद्ध दूध की प्राप्ति होती है, जो मानसिक व शारीरिक विकास के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा गौ माता के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर अयोध्या, मथुरा, काशी, प्रयागराज, गुजरात, चेन्नई, गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा और लखनऊ से आए 600 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें से 100 से अधिक वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए।
वक्ताओं ने कहा कि विश्व हिंदू महासंघ के संरक्षक गोरखपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही गौ सेवा पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है।



