कानपुर में अधिवक्ताओं का आक्रोश: इंटररेंज-9 गैंग में फर्जी तरीके से नाम जोड़े जाने पर धरना

- ऋषभ कुमार
कानपुर नगर। इंटररेंज-9 गैंग के मामलों में अधिवक्ताओं के नाम गलत तरीके से जोड़ने और उनके खिलाफ उत्पीड़नात्मक कार्रवाई किए जाने के विरोध में अधिवक्ता 28 अक्टूबर को न्यायालय भवन के बाहर धरना देंगे। इस अवसर पर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा जाएगा। यह जानकारी लायर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश चंद्र वर्मा और महामंत्री राजीव यादव ने दी।
लायर्स एसोसिएशन की कार्यकारिणी बैठक में कहा गया कि पुलिस कमिश्नरी द्वारा अधिवक्ताओं को फर्जी मुकदमों में फंसाकर उत्पीड़न किया जा रहा है। जेसीपी मुख्यालय से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि इंटररेंज-9 गैंग में अधिवक्ताओं के नाम बढ़ाए गए हैं, जबकि इनमें से कुछ के खिलाफ केवल एक-दो मुकदमे ही दर्ज हैं। वहीं, अज्ञात एफआईआर में इनके नाम जोड़ दिए गए हैं। अब गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है, जिसे अधिवक्ताओं ने गलत और अनुचित बताया।
बैठक में यह भी बताया गया कि फर्जी मुकदमों में जेल भेजे गए अधिवक्ता अनूप कुमार शुक्ला को दो महीने बाद रिहा किया गया, लेकिन पुलिस ने उसे जेल गेट से ही दूसरे मुकदमे में दोबारा गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, मुकदमों में पैरवी करने वाले, दस्तावेज पंजीकृत कराने वाले या गवाह बने अधिवक्ताओं को भी अभियुक्त बनाया जा रहा है।
बैठक में प्रमुख रूप से रमाकांत मिश्रा, राकेश साहू, प्रेमशंकर मिश्रा, बुद्धप्रकाश, धर्म प्रकाश, अभय गौड़ और अन्य सदस्य उपस्थित रहे।



