कार्बाइड पटाखे बने नेत्र रोग विशेषज्ञों के लिए चुनौती, घाव हो रहे गहरे

- मनीष कुमार
कानपुर नगर। कार्बाइड युक्त पटाखे अब नेत्र रोग विशेषज्ञों के लिए नई चुनौती बन गए हैं। इन पटाखों के विस्फोट से आंखों में गहरे और जटिल घाव हो रहे हैं, जिनमें कार्बाइड पाउडर कोशिकाओं तक पहुंचकर गंभीर संक्रमण पैदा कर रहा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ऑल इंडिया ऑफ्थेल्मिक सोसाइटी ने केंद्र सरकार से कार्बाइड पटाखों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
यूपी स्टेट ऑफ्थेल्मिक सोसाइटी के विशेषज्ञों ने ऐसे मामलों के इलाज के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। उनका कहना है कि पटाखों से जलने की यह स्थिति अब तक की सबसे गंभीर और अलग प्रकृति की है।
सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. मलय चतुर्वेदी ने बताया कि कार्बाइड पटाखों से आने वाले मरीजों में कॉर्निया और आंख के अन्य हिस्सों को गहरा नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि कार्बाइड के रासायनिक प्रभाव से सामान्य उपचार कारगर नहीं हो पा रहा है, इसलिए विशेष चिकित्सा पद्धति की जरूरत पड़ रही है।
डॉ. चतुर्वेदी ने यह भी बताया कि इन घटनाओं पर अब अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का भी ध्यान गया है। उन्होंने जनता से अपील की कि यदि आंखों में पटाखों से चोट या जलन हुई हो तो तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से ही संपर्क करें। उन्होंने कहा कि लोग पहले घरेलू इलाज या सामान्य चिकित्सक के पास जाते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है तथा दृष्टि पर स्थायी खतरा बन जाता है।



