NEWSUttar Pradesh

भाजपा सरकार में बढ़ा भ्रष्टाचार और ब्राह्मणों पर अत्याचार : पूर्व मंत्री पवन पांडेय

  • अंकित बाजपेई

कानपुर नगर। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन पांडेय ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार में सबसे अधिक भ्रष्टाचार हो रहा है। अस्पतालों में दवाओं की भारी कमी के कारण मरीज दम तोड़ रहे हैं और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है, वहीं शिक्षित युवा बेरोजगारी से त्रस्त होकर सड़कों पर भटक रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में सबसे अधिक ब्राह्मणों की हत्याएं हुई हैं और उन पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं। रविवार को नवीन मार्केट स्थित सपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री पवन पांडेय का भव्य स्वागत किया। यह आयोजन महान संत नामदेव जयंती के अवसर पर हुआ, जिसमें विचार गोष्ठी और माल्यार्पण कार्यक्रम भी संपन्न हुआ।

राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन पांडेय ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। शिक्षित नौजवान अपनी डिग्रियां लेकर रिक्शा चलाने या मजदूरी करने को मजबूर हैं। प्रदेश में लूट, हत्या, बलात्कार और चोरी जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जबकि गुंडे और माफिया सरकार के संरक्षण में खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जनता को “वोट की चोट” से इस सरकार को जवाब देना होगा।

इस अवसर पर नगर अध्यक्ष हाजी फजल महमूद ने कहा कि संत नामदेव ने सदैव गरीबों, शोषितों और पीड़ितों की आवाज उठाई और उन्हें अधिकार दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने समाज को मानवता और समानता का संदेश दिया।

इसके बाद नौबस्ता और बसंत विहार में युवजन सभा महानगर अध्यक्ष अर्पित त्रिवेदी ने साथियों के साथ पवन पांडेय का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय ब्राह्मण परिवारों से भी मुलाकात की और कहा कि समाजवादी पार्टी ब्राह्मण समाज पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ेगी।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे —
प्रदेश सचिव के.के. शुक्ला, महासचिव संजय सिंह बंटी सेंगर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव, राष्ट्रीय सचिव अपर्णा जैन, नितेंद्र यादव, रजत मिश्रा, आनंद शुक्ला, महेंद्र सिंह, अनुराग पांडेय, संदीप पांडेय, हर्ष मिश्रा, विनोद यादव, गोविंद चौहान, साहिल यादव, आलेख सिंह सहित अनेक सपा कार्यकर्ता।

Related Articles

Back to top button