मायावती का हमला — राघवेंद्र प्रताप के बयान को बताया “घृणास्पद”, मांगा सख्त कानूनी करवाई

- अखिलेश कुमार
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भाजपा के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के कथित बयान — “10 मुस्लिम लड़कियों को लाओ और नौकरी पाओ” — की कड़ी निंदा की है। मंगलवार को उन्होंने इस टिप्पणी को समुदायों के बीच नफरत भड़काने वाला और “घृणास्पद भाषण” करार दिया।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा कि इस तरह का संकीर्ण और अभद्र बयान उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड व अन्य राज्यों में शरारती तत्वों द्वारा चला जा रहे “जहरीले और हिंसक खेल” का हिस्सा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अपराधी व असामाजिक तत्व धर्मांतरण और तथाकथित ‘लव जिहाद’ का विरोध करने के बहाने कानून को हाथ में लेकर समाज में सांप्रदायिक व जातिगत तनाव फैलाते हैं और लोगों की ज़िन्दगी, संपत्ति व आस्था के लिए खतरा पैदा करते हैं।
बसपा महासचिव ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसे तत्व सभ्य व संवैधानिक सरकार के लिए चुनौती हैं और उनके संरक्षण की बजाय उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। मायावती ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकारों को प्रदेश की करोड़ों जनता के कल्याण व हितों को ध्यान में रखकर कानून का शासन स्थापित करने हेतु कदम उठाने चाहिए — यही राष्ट्र और जनता के व्यापक हित में है।
यह प्रतिक्रिया सिद्धार्थनगर में हुई जनसभा के दौरान पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के कथित बयान के बाद आई है, जिसमें वे कथित रूप से बोले थे — “कम से कम 10 मुस्लिम लड़कियाँ लाओ… मैं तुम्हारी शादी करवा दूंगा… जो ऐसा करेगा उसको नौकरी मिल जाएगी।”



