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कश्मीर में तैनात सैनिकों से कहा कि हर जवान हमारे परिवार के एक सदस्य की तरह है : राजनाथ सिंह

नेहा पाठक

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐसी बात कही है, जिससे कश्मीर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद आ गई. पुंछ आतंकी हमले के बाद कथित तौर पर सेना ने तीन लोगों को हिरासत में लिया था, जो बाद में मृत पाए गए. 22 दिसंबर से पुंछ जिले के लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा था. अब रक्षा मंत्री ने उन तीनों नागरिकों के घरवालों से मुलाकात कर न्याय का आश्वासन दिया है. दूसरी तरफ राजनाथ ने कश्मीर में तैनात सैनिकों से कहा कि हर जवान हमारे परिवार के एक सदस्य की तरह है लेकिन सैनिकों को ऐसी गलतियां नहीं करनी चाहिए जिससे देशवासियों का नुकसान हो. वाजपेयी भी जम्मू-कश्मीर के लोगों को भरोसा देते हुए कहते थे कि सरकार उनके साथ है, दिल्ली का दरवाजा और दिल कश्मीरियों के लिए हमेशा खुला रहेगा. कश्मीर के लिए वह तीन सिद्धांतों की बात करते थे- इंसानियत, जम्हूरियत यानी लोकतंत्र और कश्मीरियत यानी हिंदू-मुस्लिम दोस्ती की परंपरा. उनका मानना था कि इसी पॉलिसी पर चलकर कश्मीर खुशहाल हो सकता है।

सिंह ने आगे यह भी कहा कि उन्हें सेना पर पूरा भरोसा है कि वह केंद्रशासित प्रदेश से आतंकवाद का सफाया कर देगी. उन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा में सैनिकों के बलिदान, दृढ़ता, प्रतिबद्धता और समर्पण की सराहना की। दरअसल, कुछ दिन पहले पुंछ में सेना की दो गाड़ियों पर घात लगाकर किए हमले के बाद सेना ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया था. बाद में सफीर हुसैन (43), मोहम्मद शौकत (27) और शब्बीर अहमद (32) मृत पाए गए. सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा और बढ़ गया. अब कश्मीर दौरे पर गए रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ सुरक्षा हालात की समीक्षा की।

राजौरी की एक सैन्य छावनी में सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मुझे आपकी बहादुरी और दृढ़ता पर पूरा भरोसा है… जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद खत्म होना चाहिए और आपको इस प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है. मुझे पूरा विश्वास है कि आप जीत हासिल करेंगे.’ इस दौरान रक्षा मंत्री ने सैनिकों को और ज्यादा सतर्क रहने को कहा. घात लगाकर किए हमले की तरफ इशारा करते हुए सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाओं को हल्के में नहीं लिया जा सकता. मुझे पता है आप सतर्क हैं लेकिन और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार आपके साथ खड़ी है और आपका कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

‘आपके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी’

तीन नागरिकों की मौत पर रक्षा मंत्री ने कहा, ‘भारतीय सेना को दुनिया में साधारण सेना नहीं माना जाता. लोग मानते हैं कि सेना पहले से ज्यादा शक्तिशाली है. आप राष्ट्र के संरक्षक हैं लेकिन आपको नागरिकों का दिल जीतने की भी जरूरत है. यह आपके कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है।

रक्षा मंत्री कथित यातना के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए चार लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने जीएमसी अस्पताल राजौरी भी गए. अस्पताल परिसर में उन्होंने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ…न्याय होगा.’ ऑपरेशन के दौरान राजौरी के थानामंडी इलाके में सैनिकों की कथित पिटाई के बाद मोहम्मद जुल्फकार, उनके भाई मोहम्मद बेताब, फजल हुसैन और मोहम्मद फारूक को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था।

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