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भारत के चंद्रयान-3 चंद्रमा के कक्ष में हुआ शामिल ‘सैटेलाइट अच्छे से कर रहा काम’

अगर चंद्रयान 3 चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड करने में सफल हो जाता है तो भारत, अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के अलावा ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने सोमवार को कहा कि चंद्रयान-3 उपग्रह ठीक है और अच्छे से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘चंद्रयान 3 के सभी उपकरण सही तरीके से काम कर रहे हैं।’ इससे पहले रविवार को इसरो ने घोषणा करते हुए कहा था कि रविवार को चंद्रयान 3 सही सलामत चंद्रमा के कक्ष में शामिल हो गया है। चंद्रमा के कक्ष में चंद्रयान 3 सही उचित तरीके से काम कर रहा है। इसरो के मुताबिक इस तरह का अगला ऑपरेशन 9 अगस्त को किया जाएगा, जिसके जरिए चंद्रमा के कक्ष में कमी लाते हुए चंद्रयान 3 चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा। साथ ही इसरो द्वारा चंद्रयान 3 द्वारा ली गई पहली तस्वीर को जारी कर दिया गया है। इसमें चंद्रमा को हल्के नीले और हरे रंग में कई गड्ढों के साथ दिखाया गया है।

अंतरिक्ष यान सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है और योजनाबद्ध तरीके से चंद्रमा की कक्ष में घूमते हुए चांद के करीब पहुंच रहा है। इंजनों के रेट्रोफायरिंग ने यान को चंद्रमा की सतह के करीब ला लिया दिया है जो अब 170 किमी x 4,313 किमी है। चंद्रमा के कक्ष में कमी करने के लिए अगला ऑपरेशन 9 अगस्त को किया जाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक 17 अगस्त तक इस तरह के तीन प्रयास किए जाएंगे। इसके बाद चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान 3 को लैंड कराया जाएगा, जिसमें लैंडर और रोवर शामिल हैं। इस दौरान प्रोप्लशन मॉड्यूल से ये अलग हो जाएंगे।

इसरो ने पहले घोषणा की थी कि चंद्रयान 3 का चंद्रमा की सतह पर 23 अगस्त को सॉफ्ट लैंडिंग कराया जाएगा। अगर चंद्रयान तीन चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड करने में सफल हो जाता है तो भारत, अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के अलावा ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। बता दें कि पिछले 4 सालों में चंद्रमा के सतह पर सफल लैंडिंग के लिए यह इसरो का दूसरा प्रयास है। मिशन चंद्रयान 3 से भारत को काफी उम्मीदे हैं और दुनियाभर की स्पेस एजेंसियों की निगाहें भारत के इस मिशन पर टिकी हुई हैं।

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