लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही, लोकसभा में जाने से किया इनकार, नहीं करेंगे कार्यवाही का संचालन
लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही से किनारा कर लिया है और वह सत्ता और विपक्ष दोनों के नेताओं से नाराज हैं। ये जानकारी ANI ने सूत्रों के हवाले से दी है।
नेहा पाठक
नई दिल्ली। मानसून सत्र शुरू होने के बाद से लोकसभा में खूब हंगामा हो रहा है। विपक्ष मणिपुर समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेर रहा है और संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है। ऐसे में ANI ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है कि लोकसभा के हालातों को देखते हुए स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की अध्यक्षता से तब तक दूर रहने का फैसला किया है, जब तक सांसद सदन की गरिमा के अनुरूप व्यवहार नहीं करते। बुधवार को जब संसद की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कुर्सी पर नहीं थे।
सूत्रों के मुताबिक, ओम बिरला ने सदन के कामकाज को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से गहरी नाराजगी जताई है। बिरला का दोनों पक्षों से कहना है कि जब तक सांसद सदन की गरिमा के अनुरूप व्यवहार नहीं करेंगे, तब तक वह लोकसभा में नहीं आएंगे।
आज भी जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो बिरला अध्यक्ष की सीट पर नहीं आए। इस बीच, लोकसभा में हंगामा जारी रहा, जिसके कारण मणिपुर पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक और उसके बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
इस बीच, दो दिवसीय दौरे पर मणिपुर गए विपक्षी सांसदों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सहित I.N.D.I.A के कुल 31 सदस्यों ने आज राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की। गौरतलब है कि 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने 28-29 जुलाई को दो दिवसीय यात्रा पर मणिपुर का दौरा किया था, जहां 4 मई से जातीय संघर्ष और हिंसा देखी गई है।
बिरला ने कहा था, ‘‘मैं आपको चर्चा के दौरान पर्याप्त मौका दूंगा।’’ मानसून सत्र शुरू होने के बाद से ही लोकसभा में मणिपुर मुद्दे पर जारी गतिरोध बुधवार को भी बरकरार रहा और विपक्षी दलों के सदस्यों के शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आज सुबह निचले सदन की बैठक शुरू होने पर कार्यवाही पीठासीन सभापति मिथुन रेड्डी ने संचालित की। रेड्डी ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, उसी समय विपक्षी दलों के सदस्य मणिपुर मुद्दे पर जल्द चर्चा कराने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जवाब की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। हाथों में तख्तियां लिए हुए कई विपक्षी सांसद आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे।