INDIA गठबंधन की मुंबई बैठक में शामिल होंगे 12 नए दल, मेहमानों का महाराष्ट्र की संस्कृति, परंपरा के हिसाब से स्वागत किया जाएगा
गठबंधन की तीसरी बैठक से पहले शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की छोटी राजनीतिक पार्टियों को 2024 के चुनाव में उनके साथ आने का आह्वान किया हैं।
सोनाली सिंह
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भाजपा को तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए देश के लगभग सभी बड़े विपक्षी दल INDIA गठबंधन की छतरी के नीचे आ गए है। इसके बावजूद वह प्रधानमंत्री मोदी और BJP को हराने के लिए लगातार अपना कुनबा बढ़ा रहे है। इस गठबंधन के अगुआ नीतीश कुमार बहुजन समाज पार्टी तो कभी पंजाब में लंबे समय तक भाजपा की सहयोगी रही अकाली दल को साथ लाने की बात करते है तो कभी कोई और नेता किसी दूसरी पार्टियों को गठबंधन में शामिल करने की बात करत है। ताजा मामला महाराष्ट्र का है, जहां बताया जा रहा है कि राज्य की करीब 12 छोटी पार्टियां इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है।
शरद और उद्धव के मनाने के बाद शामिल होंगी पार्टियां
31 अगस्त से 1 सितंबर तक मुंबई में INDIA गठबंधन की तीसरी बैठक होने जा रही है। इस बैठक से पहले प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने राज्य की छोटी राजनीतिक पार्टियों को 2024 के चुनाव में उनके साथ आने का आह्वान किया था। इन पार्टियों में Peasants & Workers party पार्टी, पूर्व सांसद राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकरी संगठन सहित अन्य छोटे दल हैं। महाराष्ट्र के इन 12 छोटे दलों ने MVA से अलग अपना एक ग्रुप बनाया था और बीजेपी के खिलाफ अभियान चला रहे थे।
महाविकास आघाडी मुंबई बैठक को कर रही होस्ट
इंडिया गठबंधन की मुंबई बैठक को कामयाब बनाने के लिए महाविकास आघाडी के तीनों दलों का एक ग्रुप बनाया गया है। इस ग्रुप में कुल 18 नेता हैं। MVA के हर दल के 6 नेताओं को इस ग्रुप में स्थान दिया गया है। सुपर 18 में प्रमुख नेता उद्धव ठाकरे, शरद पवार, सुप्रिया सुले, संजय राउत, अशोक चव्हाण, नाना पटोले और जयंत पाटिल हैं। मुंबई बैठक के समन्वय के लिए कांग्रेस की तरफ से बनाए गए कोर ग्रुप के सदस्य नसीम खान ने कहा है कि महाविकास आघाडी मुंबई बैठक की होस्ट है।
इस बैठक को कामयाब बनाने की जिम्मेदारी हम पर है। महाविकास आघाडी के तीनों दलों की एक कोआर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है। इस समिति की तरफ से सारी व्यवस्था की जा रही है। मुंबई आने वाले मेहमानों का महाराष्ट्र की संस्कृति, परंपरा के हिसाब से स्वागत किया जाएगा। बता दें कि इस बैठक में नीतीश कुमार के संयोजक बनाए जाने पर चर्चा हो सकती है।
भाजपा के लिए आसान नहीं दिल्ली की राह
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के लिए इस बार दिल्ली की राह आसान नहीं है। इसके पीछे कारण है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का पंजाब में अकाली दल, महाराष्ट्र में शिवसेना और बिहार में जनता दल के साथ गठबंधन था। इन तीनों राज्य की राजनीति तीनों दल के आस पास घूमती रही है। लेकिन इस बार इनके साथ न होने का कारण भाजपा के लिए दिल्ली की राह मुश्किल हो गई है। भाजपा संगठन से लेकर हाईकमान तक इस बात को मानता है कि इन तीनों दलों के साथ न रहने के कारण पार्टी को झटका लग सकता है।