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अतिथि देवो भव: के भाव से संगमनगरी में अभिभूत हुए मेहमान

अखिलेश कुमार

प्रयागराज। तीर्थराज प्रयाग की धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत से रूबरू होने के लिए मंगलवार को काशी तमिल संगमम का सांस्कृतिक दल शहर पहुंचा। उत्तर-दक्षिण के सांस्कृतिक मिलन के तहत आए मेहमान संगमनगरी की समृद्ध धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के साक्षी बने। स्कूली विद्यार्थियों ने मेहमानों के स्वागत में बैंड बाजों की मधुर ध्वनि प्रस्तुति कर भावविभोर कर दिया। ढोल-नगाड़े की थाप के बीच स्वस्तिवाचन और फूलों की वर्षा से संगमनगरी में अपने अतिथि देवो भव के भाव से भी परिचित कराया। दल में शामिल 216 सदस्यों का डीएम नवनीत सिंह चहल और अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। संगम स्थित वीआईपी घाट पर बने शिविर में ठहरे मेहमानों के स्वागत में शास्त्रीय गीत, नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति की गई।

प्रयागराज के आध्यात्मिक महात्म्य पर बने वीडियो को देखकर मेहमान आस्था से अभिभूत हो गए। दल के पांच प्रमुख अतिथियों को शॉल, स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। स्वागत सम्मान के बाद मेहमान पुष्पों से सुसज्जित स्टीमर पर सवार होकर संगम पहुंचे। स्टीमर पर सवार मेहमान यमुना की लहरों संग अठखेलियां कर रहे प्रवासी पक्षियों को देखकर आनंदित हुए। संगम की अनुपम छटा निहारकर मेहमान धन्य हो गए। सेल्फी लेकर सांस्कृतिक मिलन को स्मरणीय बनाया। दल में शामिल साईं आकाश, दिव्या वार्सिनी, पुनीता वल्ली, मुर्गन, दिव्याश्री, जगदीश ने बातचीत में कहा कि काशी-तमिल संगमम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अखंड भारत की परिकल्पना को नया आयाम दे रहा है। मेरे लिए यह बहुत गौरवशाली क्षण है। मेहमानों का अगला दल 21 को आएगा। इस क्रम में 23, 25, 27, 29 और 31 दिसंबर को दल संगमनगरी पहुंचेगा।

धार्मिक, सांस्कृतिक धरोहर के साक्षी बने मेहमान

संगम के बाद मेहमानों के दल ने बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन कर आशीष प्राप्त किया। हनुमान मंदिर के बाद मेहमान स्वामी नारायण मंदिर पहुंचे। मंदिर में मेहमानों ने दक्षिण भारत के लजीज व्यंजन का आनंद लिया। भोजन के बाद दल ने आजाद पार्क में स्थित अमर शहीद चंदशेखर आजाद की प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर नमन किया। आजाद प्रतिमा स्थल पर संस्कृति विभाग के अभिलेखागार विभाग की ओर से क्रांतिकारियों पर केंद्रित अभिलेख प्रदर्शनी को देखा और सराहा। प्रदर्शनी के संयोजक राकेश वर्मा ने मेहमानों को क्रांतिकारियों की गौरवगाथा से परिचित कराया।

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