‘अटल जयंती’ के मौके पर अयोध्या पहुंचे केशव मौर्य, बोले- रामभक्तों का मजाक उड़ाने वाले आज खुद उपहास के पात्र
सौरभ शुक्ला
लखनऊ। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पहले जब हम नारा लगाते थे कि रामलला हम आएंगे मंदिर भव्य बनाएंगे तो विरोधी कहते थे कि तारिख नही बताएंगे। यह गर्व का विषय है कि 22 जनवरी 2024 की तारिख तय हो गई है। 6 दिसंबर को ढांचा गिरने के बाद अटल जी ने कहा था कि जो भी हुआ वह राष्ट्रीय भावनाओं का प्रकटीकरण था। उन्होंने कहा था कि यदि बहुमत से सत्ता में आए तो धारा 370 भी हटाएंगे व राम जन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त करेंगे। जो राममंदिर, राम भक्तों का उपहास बनाते थे वे आज स्वयं उपहास के पात्र बन गए हैं।
सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर अयोध्या जिला पंचायत परिसर में उनकी मूर्ति का अनावरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केशव बोल रहे थे। उनके साथ प्रदेश भाजपा महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी मौजूद रहे। इससे पूर्व कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर डिप्टी सीएम और संगठन महामंत्री का जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, भाजपा पदाधिकारिओं और कार्यकताओं ने मार्ल्यापण कर व स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया।
जिले के सर्किट हाउस पहुंचने पर मीडिया से मुखातिब उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लालकृष्ण आडवानी की अगुवाई में 23 सितंबर 1990 को सोमनाथ से अयोध्या तक की यात्रा के सूत्रधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही थे। यात्रा को समस्तीपुर बिहार में उस समय की लालू यादव की सरकार ने रोका था। 30 अक्टूबर 1990 को कारसेवा संपन्न हुई थी। ढांचे के उपर भगवा लहराने का काम करने वाले कारसेवकों को बलिदान भी देना पड़ा था। अशोक सिंहल भी जन्मभूमि के स्थान पर पहुंच गये थे। उन्हें भी गहरी चोटें आयी थी।
डिप्टी सीएम कहा कि राममंदिर लड़ाई को 500 साल हो गया है। जो लड़ाई 1947 में समाप्त की जा सकती थी। अटल जी ने कहा था कि पूर्ण बहुमत की सरकार होती तो हम धारा 370 हटाते व रामलला का भव्य मंदिर बनाते। इस बात के लिए गर्व की अनुभूति करता हूं कि जब हमारे पास बहुमत आया तो धारा 370 हटाया व राममंदिर का रास्ता भी साफ किया। उन्होंने कहा कि अपने जीवन में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण देखना कारसेवकों व रामभक्तों के लिए गौरव की बात है। 22 जनवरी को रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। मुख्य यजमान के रुप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आ रहे है। इस क्षण का वर्णन नहीं किया जा सकता है। इसके लिए कितने पुरखों का बलिदान हुआ है। रामभक्त कारसेवकों को गोलियों से भून दिया गया था। कितने लोगो को जेल भेजा गया। कितनों पर गोलियां बरसाई गयी। अपनी आंखों से भव्य राममंदिर निर्माण देखने के बारे में किसी ने सोचा नहीं होगा।