NEWS

राम लला की यह मूर्ति होगी गर्भ गृह में स्थापित, इस मूर्तिकार ने की है तैयार

श्री राम मंदिर में स्थापित होने वाली रामलला की मूर्ति का चयन हो चुका है। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने एक पर पोस्ट कर दी जानकारी । अरुण योगी राज की बनाई रामलला की श्याम वर्णी मूर्ति का हुआ चयन।

अंकित बाजपेई

आयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मन्दिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मैसूर के मूर्तिकार द्वारा बनाई गई मूर्ति का चयन कर लिया गया है। मूर्ति में श्रीराम के साथ माता सीता, लक्ष्मण व हनुमानजी श्याम रंग में नजर आ रहे हैं। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने साझा की है। उन्होंने नए वर्ष के पहले दिन सोशल मीडिया के सबसे प्रतिष्ठित प्लेटफार्म एक्स पर मूर्तियों के साथ बैठे मूर्तिकार अरुण योगीराज की तस्वीर डालते हुए लिखा है कि अरुण द्वारा बनाई गई मूर्ति का चयन कर लिया गया है। बताते चलें कि रामलला की तीन अलग-अलग मूर्तियों को तैयार करने का काम चल रहा था। बाकी दोनों मूर्तिकारों की मूर्तियों को भी राम मंदिर में ही स्थापित किया जाएगा। वास्तव में तीनों मूर्तिकारों की मूर्तियां इतनी बेजोड़ हैं, चयनकर्ताओं को उलझन में डाल दिया है। राजस्थान के सफेद संगमरमर के पत्थर पर मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे की टीम काम कर रही थी, जबकि कर्नाटक के श्यामशिला को खुद मूर्तिकार अरुण योगीराज लेकर यहां पहुंचे थे। इसके अलावा कर्नाटक के तीन और पत्थर आए थे, जिसमें से एक पत्थर पर गणेश भट्ट की टीम मूर्ति बनाने का काम रही थी।

गत दिनों मूर्ति के चयन की बात भी सामने आई थी, लेकिन स्पष्ट कुछ भी नहीं हो रहा था। सोमवार को केंद्रीय मंत्री की ओर से तस्वीर जारी करने के बाद से रामभक्तों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। हालांकि विहिप के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा का कहना है कि तीन मूर्तियां बनाई गई हैं, जिसमें दो श्यामशिला व एक संगमरमर के पत्थर की है। मूर्तिकारों में अरुण योगीराज भी शामिल हैं। हालांकि अभी मूर्ति के अंतिम चयन को लेकर ट्रस्ट की तरफ से कोई अंतिम घोषणा नहीं की गई है, हां यह जरूर है कि मूर्तियों को लेकर गम्भीर मंथन हुआ है।

मूर्ति निर्माण के तय हुए थे ये मानक

मूर्ति की कुल ऊंचाई 52 इंच हो
श्रीराम की भुजाएं घुटनों तक लंबी हों
-मस्तक सुंदर, आंखें बड़ी और ललाट भव्य हों
कमल दल पर खड़ी मुद्रा में मूर्ति
हाथ में तीर व धनुष
मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बाल सुलभ कोमलता झलके

सोशल मीडिया पर योगीराज की काफी फैन फॉलोइंग
योगीराज एक जाना-माना नाम हैं और सोशल मीडिया पर उनकी काफी फैन फॉलोइंग है। प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के बेटे 37 वर्षीय अरुण योगीराज मैसूरु महल के शिल्पकारों के परिवार से आते हैं। अरुण के पिता गायत्री और भुवनेश्वरी मंदिर के लिए भी कार्य कर चुके हैं। एमबीए की पढ़ाई कर चुके योगीराज पांचवीं पीढ़ी के मूर्तिकार हैं। एमबीए की डिग्री लेने के बाद उन्होंने एक प्राइवेट कंपनी में भी काम किया, लेकिन 2008 में मूर्तिकार बनने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी।

महाराजा जयचामराजेंद्र वडेयार सहित कई हस्तियों की मूर्ति बनाई
केदारनाथ में स्थापित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के निर्माण के अलावा योगीराज ने मैसूरु में महाराजा जयचामराजेंद्र वडेयार की 14.5 फुट की सफेद संगमरमर की प्रतिमा, महाराजा श्री कृष्णराज वाडियार-IV और स्वामी रामकृष्ण परमहंस की सफेद संगमरमर की प्रतिमा भी बनाई है। इंडिया गेट पर लगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा भी अरुण ने ही तराशी है।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button