NCR की तर्ज पर SCR की कार्ययोजना दो हफ्ते में हो जाएगी तैयार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एनसीआर की तर्ज पर एससीआर के निर्माण की योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कार्ययोजना दो हफ्ते में मंगाई गई है। सीएम योगी के इस मामले में डेटलाइन तय किए जाने के बाद अब इस योजना पर कार्य तेज होने की उम्मीद की जा रही है। लखनऊ, अयोध्या और वाराणसी की योजना पर काम होना है।
सौरभ शुक्ला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और आस-पास के जिलों को जोड़कर राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) विकसित किया जाना है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दो हफ्ते में इसकी कार्ययोजना देने को को कहा है। उन्होंने कहा कि राजधानी के तौर पर लखनऊ की क्षमताओं को विस्तार देने के लिए एससीआर का गठन जरूरी है। आस-पास के जिलों में जनसंख्या का दवाब बढ़ रहा है। कई बार अनियोजित विकास की शिकायतें भी मिलती हैं। एससीआर के गठन से इसका समाधान होगा। सीएम योगी ने बुधवार को लोकभवन में वाराणसी व अयोध्या की विकास योजनाओं की समीक्षा के दौरान ये निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पीएम के विजन के अनुरूप पुरातन काशी नगरी आज ‘नेचर, कल्चर और एडवेंचर’ का संगम बन रही है। वहां के विकास कार्यों से आस-पास के जिलों की संभावनाएं भी बेहतर हुई हैं। हमें इंटीग्रेटेड रीजनल डिवलेपमेंट प्लानिंग पर फोकस करना चाहिए। आवास-विकास विभाग एनसीआर के तर्ज पर वाराणसी व इसके सीमा से लगे जनपद भदोही, गाजीपुर, बलिया, चंदौली को जोड़ते हुए एकीकृत विकास योजना तैयार करें।
‘एनिमल बर्थ कंट्रोल यूनिट बनाएं’
योगी ने कहा कि समस्या बन रहे आवारा कुत्तों के स्थायी समाधान के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। प्रमुख शहरों में एनिमल बर्थ कंट्रोल यूनिट स्थापित करें। कुछ दिनों में H3N2 इंफ्लुएंजा संक्रमण का प्रभाव दिख रहा है। शासन सहित सभी जिलों में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड रहें। कोविड केस भी बढ़ रहे हैं, आवश्यकतानुसार टेस्टिंग बढ़ाई जाए।
‘लखनऊ-बनारस का ट्रैफिक प्रबंधन बेहतर करें’
सीएम ने कहा कि लखनऊ के साथ ही बनारस, अयोध्या, मथुरा-वृंदावन, नैमिषारण्य, विंध्याचलधाम, जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थलों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट एक बड़ी चुनौती है। राजधानी में हुए जीआईएस में ट्रैफिक मैनेजमेंट का अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया गया था। नवरात्र के दौरान भी योजना बनाएं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नियमित निरीक्षण करते रहें।