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CM योगी आदित्यनाथ ने रामलला के दरबार में लगाई हाजिरी, कहा की आगामी दीपोत्सव को देखते हुये तैयारियां की जाए

राममंदिर आंदोलन की पहली बैठक इसी अखाड़े में हुई थी। उसमें राममंदिर निर्माण के लिए एक समिति का भी गठन किया गया, जिसके अध्यक्ष महंत अवैद्यनाथ बनाए गए थे जो सीएम योगी के गुरु रहे। 1989 में महंत रामचंद्र दास परमहंस को रामजन्म भूमि न्यास का पहला अध्यक्ष चुना गया।

दिवाकर गुप्ता

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर अयोध्या पहुंचे जहां वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री योगी ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई और फिर राममंदिर निर्माण की प्रगति देखी। इस मौके पर उनके साथ श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे। सीएम योगी का दिगंबर अखाड़ा से गहरा जुड़ाव है। गोरक्षपीठ की तीन पीढि़यों का यहां से जुड़ाव रहा है। सीएम के गुरु अवैद्यनाथ व परमहंस की काफी घनिष्ठता थी। सीएम भी अपनी पीढ़ी की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। दिगंबर अखाड़ा राममंदिर आंदोलन का प्रधान केंद्र भी रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अयोध्या में जो भी निर्माण कार्य चल रहे हैं, उन्हें निश्चित समय सीमा के अंदर गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। योगी ने कहा था कि आगामी दीपोत्सव को देखते हुये तैयारियां की जाएं, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिले। मुख्यमंत्री ने सरयू होटल में अयोध्या में जारी विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, नगर आयुक्त आदि वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अयोध्या में चल रहे निर्माण कार्यो की प्रगति की जानकारी उन्होंने ली, जिसमें छोटा सा विवरण मण्डलायुक्त ने प्रस्तुत किया।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिगम्बर अखाड़े में पहुंचकर वहां के मंदिर में पूजा की और साकेतवासी महंत परमहंस की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया था।

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