राम मंदिर के गर्भगृह का पट बनकर तैयार, कन्याकुमारी के कारगीरों ने दिया अंतिम रूप
अभिषेक कुमार
आयोध्या। श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर के भूतल के दरवाजे बनकर तैयार हो गए हैं। गर्भगृह का आठ फीट ऊंचा और 48 फीट चौड़ा खूबसूरत पट भी बनकर तैयार हो गया है। हैदराबाद की एक कंपनी ने बल्लार शाह की विशेष लकड़ियों से इसे तैयार करवाया है। छह महीने की दिन रात की मेहनत के बाद कन्याकुमारी और महाबलीपुरम के कारीगरों ने इन विशेष दरवाजों को तैयार कराया है। अब इसमें तांबे की चादर जड़ने का काम किया जा रहा है। कुछ दिनों में इसे पूरा करके सोने की परत चढ़ाने के लिए दिल्ली भेजा जाएगा।
इन दरवाजों पर कारीगरों ने बेहद करीने से काम किया है। गर्भगृह के दरवाजों को फोल्डिंग बनाया गया है। आठ फीट ऊंचा व 12 फीट चौड़े चार पल्लों के एक-दूसरे से जोड़ा गया है। दर्शनार्थियों की भीड़ के अनुसार इन्हें पूरा खोलने या आधा खोलने का फैसला ट्रस्ट करेगा। इन दरवाजों पर नागर शैली में बेहद खूबसूरत मयूर आकृतियां उकेरी गई हैं। इसी तरह से भूतल के मुख्य द्वार पर दो हाथियों की आकृतियां स्वागत मुद्रा में दर्शनार्थियों को देखने को मिलेगी। सागौन की लकड़ियों से बने मुख्य द्वार में दो पल्ले होंगे एक पल्ला आठ फीट ऊंचा व पांच फीट चौड़ा रहेगा।
राम मंदिर के दरवाजों को बनाने का काम हैदराबाद की एककंपनी को दिया गया है। यह कंपनी 125 वर्षो से मंदिरों व बड़े मकानों के बड़े व खूबसूरत बनाने का काम करती है। जून महीने से कंपनी के 100 से अधिक कारीगर इन दरवाजों को बना रही हैं। भूतल के सभी 18 दरवाजों को बनाया जा चुका है। अब परकोटा, सिंह द्वार के दरवाजों को बनाया जा रहा है।