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लोकसभा चुनाव में मजूबत किलों पर उतरेंगे समाजवादी पार्टी के परिवार के प्रत्याशी !

अखिलेश कुमार

लखनऊ। समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. प्रत्याशियों की पहली लिस्ट भी सपा की ओर से जारी की जा चुकी है. पार्टी संभावित प्रत्याशियों को लेकर रणनीति तैयार कर रही है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं. अखिलेश का ताजा बयान भी इशारे के तौर पर देखा जा रहा है।

बता दें कि अखिलेश यादव बीते कुछ समय से कन्नौज में एक्टिव दिखाई दे रहे हैं. बीते कुछ समय से वह लगातार इत्र नगरी का दौरा कर रहे हैं. भले अभी सीट को लेकर आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं हुआ हो लेकिन क्षेत्र में अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने पर चर्चाएं जोरों पर हैं।

सपा मुखिया अखिलेश यादव बुधवार को बीमार कार्यकर्ता को देखते अचानक कन्नौज पहुंचे. मीडिया से रूबरू होकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर बोला जमकर हमला बोला. साथ ही जब उनसे कन्नौज से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने एक बार फिर संकेत देते हुए कहा, कन्नौज अपने घर में भी चुनाव लड़ने की घोषणा करनी पड़ेगी, कहा कन्नौज की जनता समाजवादियों को सबसे ऐतिहासिक वोटो से जिताएगी.

बता दें कि कन्नौज सीट पर समाजवादी पार्टी का प्रभाव माना जाता है. 1998 से लेकर 2019 तक यहां यादव परिवार का वर्चस्व कायम रहा. कहा जाता था कि यादव परिवार को यहां से पर्चा भरने के बाद चुनाव प्रचार भी जरूरत नहीं है.1999 में यहां से मुलायम सिंह यादव चुनाव जीते, इसके बाद उपचुनाव में अखिलेश यादव ने यहां से जीत दर्ज की. इसके बाद 2004 और 2009 में भी यहां से चुनाव जीता. 2012 में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद यहां से डिंपल यादव सांसद बनीं. 2014 में वह मोदी लहर में भी यहां से संसद पहुंचीं. लेकिन 2019 में यहां से भगवा लहराया और सुब्रत पाठक चुनाव जीते।

राज्य मंत्री असीम अरुण ने छिबरामऊ में ग्राम परिक्रमा यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को कन्नौज में चुनाव लड़ने से अब डर लग रहा है. राज्य मंत्री असीम अरुण ने अखिलेश यादव को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि अखिलेश यादव में अगर दम है तो वह कन्नौज से चुनाव लड़कर दिखाएं।

अखिलेश यादव के कन्नौज के साथ ही आजमगढ़ से भी चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है. कन्नौज की तरह आजमगढ़ भी सपा का गढ़ मानी जाती है. यहां 2014 में मोदी लहर के दौरान भी मुलायम सिंह यादव सांसद चुने गए थे. वहीं 2019 में भी ये सीट सपा के पास रही. अखिलेश यादव यहां से सांसद बने. हालांकि उपचुनाव में सपा के धर्मेंद्र यादव को बीजेपी से लड़े दिनेश लाल यादव ने हरा दिया.

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