निमोनिया के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
- मनीष कुमार
कानपुर नगर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा गुरुवार को स्वरूपनगर स्थित एक होटल में आयोजित सीएमई कार्यक्रम में निमोनिया विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम में पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. ए.के. सिंह ने बताया कि निमोनिया एक गंभीर बीमारी है, जो मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है। एक प्रकार का निमोनिया घर या कार्यस्थल पर संक्रमण के कारण होता है, जबकि दूसरा अस्पताल में भर्ती मरीजों में विकसित होता है।
डॉ. सिंह ने लोगों को झोलाछाप चिकित्सकों से उपचार कराने से बचने की सलाह देते हुए कहा कि तेज बुखार, खांसी, बलगम आना और सांस फूलना जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत योग्य डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया कि एक्स-रे, बलगम व खून की जांच तथा कुछ मामलों में सीटी स्कैन के माध्यम से निमोनिया की समय पर पहचान की जा सकती है।
कार्यक्रम में फिजीशियन डॉ. कुणाल सहाय ने कहा कि बदलते मौसम में सांस संबंधी रोग, एलर्जी, ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे में लोगों को ठंड से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए।
कार्यक्रम में आईएमए अध्यक्ष डॉ. अनुराग मेहरोत्रा और सचिव डॉ. शालिनी मोहन ने अतिथियों का स्वागत किया। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की उप प्राचार्य डॉ. रिचा गिरी, सीनियर फिजीशियन डॉ. आशुतोष त्रिवेदी, डॉ. आनंद कुमार, डॉ. निशांत सक्सेना सहित कई चिकित्सा विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। इस अवसर पर डॉ. दीपक श्रीवास्तव, डॉ. ए.सी. अग्रवाल समेत अन्य विशेषज्ञ भी मौजूद रहे।



