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पूर्व CM अखिलेश ने पूरी की PDA साइकिल यात्रा, PDA यात्रा के जरिए लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंकने की तैयारी

जिसने कोई काम ही नहीं कराया, हकीकत में वे पिछड़े हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि जो विकास के काम कराए, वही अगड़ा है। जो उन कामों को लेकर सिर्फ फोटो खिंचाए, वो पिछड़ा है।

अनुराधा सिंह

लखनऊ। लोकसभा चुनाव2024 में होने वाले से पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव एक बार फिर साइकिल पर आ गए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि 2024 में केंद्र में गैर-भाजपा सरकार बनने पर सेना में अग्निवीर व्यवस्था समाप्त की जाएगी। वह सोमवार को समाजवादी पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) साइकिल यात्रा के समापन के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। करीब 15 किमी की यात्रा सुल्तानपुर रोड स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से गोमतीनगर के जनेश्वर मिश्र पार्क तक निकाली गई। अखिलेश यादव पीडीए साइकिल यात्रा के दौरान कहा कि, ‘अगड़े और पिछड़े की परिभाषा ठीक से समझने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमने लखनऊ में शानदार स्टेडियम बनवाया, इसलिए हम अगड़े हैं। इसलिए पीडीए के ”ए” में अल्पसंख्यकों के साथ-साथ आधी आबादी, आदिवासी व अगड़े भी समाहित हैं।

समाजवादी पीडीए यात्रा राजधानी लखनऊ में कई इलाकों से होकर गुजरेगी. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर अखिलेश साइकल यात्रियों का स्वागत कर खुद साइकिल पर सवार हुए. बता दें कि यूपी चुनाव 2012 से पहले अखिलेश यादव ने प्रदेश भर में साइकिल यात्रा निकाली थी। समाजवादी पार्टी के मुखिया तकरीबन 6 महीनों से पीडीए (PDA) का जिक्र कर रहे हैं। इस पीडीए (PDA) से उनके मायने हैं पिछड़ा , दलित , अल्पसंख्यक मुस्लिम. पहली बार सपा ये यात्रा निकाल रही है जिसका नाम समाजवादी पीडीए (PDA) यात्रा दिया गया है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कुल 80 लोकसभा क्षेत्रों में 25 से ज्यादा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व पिछड़ा वर्ग से आने वाले सांसद करते हैं। ओबीसी नेताओं का दावा है कि राज्य में ओबीसी समुदाय की आबादी 56 फीसदी तक है। हालांकि, हाल के निकाय चुनाव से पहले बनाए गए एक आयोग ने अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा था कि प्रदेश के सभी 762 नगर निकायों में पिछड़ा वर्ग की आबादी 36.77 फीसदी के आसपास है।

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