गार्ड का किया पुलिस ने सम्मान, कुशाग्र हत्याकांड का खुलासा कराने निभाई थी अहम भूमिका
अंकित बाजपेई
कानपुर नगर। कुशाग्र हत्याकांड का खुलासा कराने मे गार्ड की समझदारी के लिए डीसीपी सेंट्रल द्वारा रायपुरवा थाने के बगल मे माथुर धर्मशाला मे गार्ड को सम्मानित किया गया। बता दें कि जिस श्री भगवती विला अपार्टमेंट में कुशाग्र रहता था। वहां के गार्ड ने अगर 30 लाख की फिरौती का पत्र भेजने के लिए इस्तेमाल हुई स्कूटी का नंबर न नोट किया होता, तो पुलिस के लिए अपहरण और हत्या की की कहानी की तह तक जाना आसान न होता। कुशाग्र के घर पत्र फेंकने वाला युवक घर के अंदर गया, तो राजन ने पिछली नंबर प्लेट से कपड़ा हटाकर नंबर नोट कर लिया। हालांकि उसमें एफ की जगह ई लिखा गया था।
दरअसल, सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे कुशाग्र की मां सोनिया ने जब घर का सामान मंगाने के लिए उसे कॉल किया तो मोबाइल बंद था। उन्होंने रिश्तेदारों को सूचना दी। इस बीच अपार्टमेंट के आचार्यनगर निवासी गार्ड राजन ने बताया कि मुंह ढंककर हेलमेट पहने एक स्कूटी सवार साढ़े आठ से नौ बजे के बीच आया था। उसे रोका तो कनौडिया के घर एक पत्र देने की बात कही तो अंदर जाने दिया।
युवक अंदर गया, तो राजन ने पिछली नंबर प्लेट से कपड़ा हटाकर नंबर नोट कर लिया. हालांकि उसमें एफ की जगह ई लिखा गया था। उधर, पुलिस ने आरोपी प्रभात से पूछताछ शुरू की, तो नंबर गलत होने और खुद के घर पर होने का हवाला देते हुए टालमटोल करने लगा। इस बीच परिवार ने अपार्टमेंट के नजदीक लगे एक सीसीटीवी की फुटेज हासिल कर जैसे ही पुलिस को मुहैया कराई, तो स्कूटी दिखने पर पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की. इसके बाद पूरा मामले का पर्दाफाश हो गया।