कौन हैं अनिल मिश्रा? पत्नी के साथ पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पूजन कार्यक्रम में ट्रस्टी अनिल मिश्रा मुख्य यजमान होंगे। अनिल मिश्रा अपनी पत्नी के साथ पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं, मोदी प्रतीकात्मक यजमान होंगे।
अंकित बाजपेई
अयोध्या। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का पूजन मंगलवार से शुरू हो गया है। यज्ञ मंडप मे विधिवत हवन-पूजन और अनुष्ठान होने लगे हैं। मंगलवार से 22 जनवरी तक चलने वाले वैदिक अनुष्ठान के यजमान मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र और उनकी धर्म पत्नी ऊषा मिश्रा को बनाया गया है, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी प्रतीकात्मक यजमान होंगे। सुबह 9 बजे से रामलला के बाल रूप की प्रतिमा की प्रायश्चित कर्म कुटी पूजा के साथ धार्मिक अनुष्ठानों का दौर भी शुरू हो गया। रामलला की यह अचल प्रतिमा राम जन्मभूमि परिसर में बुधवार को प्रवेश करेगी।
बुधवार को 51 इंच के रामलला को मंदिर परिसर में भ्रमण करवाया जाएगा और मंदिर में अगले दिन 18 जनवरी को गर्भगृह में आसन पर विराजमान करवा दिया जाएगा। उसी के बाद रामलला के विशेष अनुष्ठान के नियमित कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। मूर्तिकार अरुण योगीराज की तराशी गई श्याम रंग कि प्रतिमा भव्य मंदिर में विराजमान होगी।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा प्राण प्रतिष्ठा के प्रमुख यजमान होंगे। सपत्नी अनुष्ठान में शामिल होंगे। डॉ. अनिल मिश्र आम्बेडकर नगर के रहने वाले हैं। यह सरकारी होम्योपैथिक डॉक्टर के पद पर तैनात थे। फैजाबाद के लक्ष्मणपुरी कॉलोनी में रहते हैं। साथ ही आरएसएस के प्रांतीय पदाधिकारी के साथ होम्योपैथिक बोर्ड के चेयरमैन भी रह चुके हैं। सरकारी सेवा से रिटायर होने के बाद मंदिर निर्माण ट्रस्ट के ट्रस्टी के तौर पर भागीदारी कर रहे हैं। अनिल मंदिर ट्रस्ट के स्थायी 11सदस्यों मे से एक हैं।